INDORE। शिवराज सिंह सरकार ने किसानों को राहत देने के लिए उपज बिक्री के बदले 50 हजार रुपए का नगद भुगतान करने का ऐलान तो कर दिया परंतु कारोबारी इसका पालन नहीं कर रहे। सोयाबीन कारोबार करने वाली बड़ी कारोबारी कंपनी रुचि सोया का भी यही हाल है। समय पर भुगतान न होने पर किसानों ने इसके खिलाफ सीएम हेल्पलाइन तक भी शिकायतें की हैं।
मंडी प्रशासन ने पहले तो कंपनी के अधिकारियों को समझाने की कोशिश की कि वे किसानों का भुगतान कर दें, लेकिन नहीं मानने पर कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। मंडी अधिकारियों के पास अकबरपुर के किसान मुकेश रामेश्वर चौधरी, चौहानखेड़ी गांव की रेशमबाई हीरासिंह, भगवानसिंह प्रतापसिंह, अर्जुन बेहारी लसूड़िया, मोहम्मद मुश्ताक, बहादुर नानूराम आदि की शिकायतें पहुंची हैं। इसमें कहा गया कि किसानों का सोयाबीन तो खरीद लिया गया, लेकिन एक भी पैसा नकद नहीं दिया।
यहां तक कि बैंक खातों में आरटीजीएस भी नहीं किया। इन किसानों में से किसी ने आठ दिन पहले तो किसी ने 10 दिन पहले फसल कंपनी को बेची थी। मंडी प्रशासन ने रुचि सोया इंडस्ट्रीज को चेतावनी दी है कि एक सप्ताह में स्पष्टीकरण नहीं मिला तो कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में रुचि सोया के पर्चेस अधिकारी मनोज दौड़वाल से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने अपना फोन बंद कर रखा था।