दुख पहुंचा हो तो कृपया मुझे क्षमा करें: शिवराज सिंह चौहान

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को कहा कि अहिंसा के सिद्धांत को सभी लोग जीवन में उतार लें तो सारी उथल पुथल और झगडे समाप्त हो जाएंगे। सीएन ने यहां श्री जैन श्वेतांबर सकल समिति भोपाल की ओर से आयोजित सामूहिक क्षमावाणी कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जियो और जीने दो के सिद्धांत को सर्वव्यापी और सर्वमान्य बनाने के लिए सामाजिक स्तर पर सघन प्रयास होने चाहिए। 

चौहान ने कार्यक्रम में सभी से क्षमा याचना भी की। उन्होंने कहा कि मैं सार्वजनिक रूप से झमा मांगता हूं, यदि मेरी वाणी और कार्य की वजह से किसी को भी दुख हुआ हो तो मुझे क्षमा करें।कार्यक्रम के प्रारंभ में पार्श्वनाथ प्रभु की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया और अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किये गये। इस अवसर पर महापौर आलोक शर्मा, प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष विजेश लूनावत और समाज के अन्य व्यक्ति मौजूद थे।

बता दें कि जैन पंथ में क्षमावाणी के तहत वर्ष भर में जिनसे दुख प्राप्त हुआ उन्हे क्षमा करने और जिन्हे जाने अनजाने दुख पहुंचाया उनसे क्षमा मांगने की परंपरा है। इसी के चलते शिवराज सिंह चौहान ने सभी से क्षमा मांगी। 

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