अफसरों को 3 दिन का अल्टीमेटम देकर लौट गए आंदोलनकारी अतिथि शिक्षक

भोपाल। राजधानी में आरपार की लड़ाई लड़ने आए अतिथि शिक्षक कुप्रबंधन का शिकार हो गए। संगठन के पदाधिकारियों ने आंदोलन का ऐलान तो कर दिया परंतु आंदोलन के लिए जरूरी तैयारियां नहीं कीं। प्रदेश भर से अतिथि शिक्षक यादगार-ए-शाहजहांनी पार्क पहुंच गए और प्रदर्शन शुरू हो गया परंतु यह प्रदर्शन 48 घंटे भी नहीं चल पाया और तीसरे दिन लोक शिक्षण संचालनालय की डायरेक्टर अंजू भदौरिया को ज्ञापन सौंपकर आंदोलनकारी अतिथि शिक्षक वापस लौट गए। जाते जाते 3 दिन का अल्टीमेटम दे गए हैं। माना जा रहा है कि इस बार वो पूरी तैयारियों के साथ आएंगे। 

अतिथि शिक्षक संगठन समिति के बैनर तले अतिथि शिक्षक यादगार-ए-शाहजहांनी पार्क में गुरुवार से धरने पर बैठे थे। इनमें से कुछ अनशन पर भी बैठ गए थे। यहां प्रदेश के विभिन्न स्थानों से सैकड़ों अतिथि शिक्षक आए थे। उनकी मांग थी कि पूर्व सत्र में कार्यरत सभी अतिथि शिक्षकों को गुरुजी की तरह संविदा शिक्षक बनाया जाए। अतिथि शिक्षकों को अनुभव के आधार पर डीएड और बीएड से मुक्त किया जाए। उन्हें 12 माह का वेतन दिया जाए।

अधिकारी को दिया तीन दिन का समय
अतिथि शिक्षकों ने लोक शिक्षण संचालनालय की डायरेक्टर अंजू भदौरिया को ज्ञापन दिया। समिति के संरक्षक देवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग को अतिथि शिक्षकों की मांगों का निराकरण करने के लिए तीन दिन का समय दिया गया है। अगर उनकी मांगों का निराकरण नहीं किया जाता तो अतिथि शिक्षक बड़ा आंदोलन करेंगे। ज्ञापन देने के बाद उन्होंने अपना प्रदर्शन समाप्त कर दिया।

इस बार परिवार सहित जल सत्याग्रह करेंगे
अतिथि शिक्षक संघ की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार के प्रदेश अधयक्ष शम्भू चरण दुबे के नेतृत्व में दो दिवसीय आंदोलन का समापन आज हुआ। इस आंदोलन में 50 हजार अतिथि शिक्षक उपस्थित हुए। राज्य शिक्षा केंद्र की वरिष्ठ अधिकारी अंजू मेडम के आश्वासन के उपरांत आंदोलन समाप्त कर तीन दिवस का अल्टीमेटम शासन को दिया है। यदि अब शासन ने अतिथि शिक्षको की मांगे नहीं मानी तो 12 अक्टूबर से उग्र जल सत्याग्रह सभी अतिथि शिक्षक अपने अपने परिवार के साथ सामूहिक रूप से करेंगे व जल सत्याग्रह के द्वारा सामूहिक शपथ लेंगे की आने वाले चुनाव में भाजपा कर शिवराज सरकार को जड़ से उखाड़ने का संकल्प लेंगे।

इस आंदोलन में 51 जिले के अतिथि शिक्षक संघ के पदाधिकारी व हजारों की संख्या में शिक्षक उपस्थित थे जिसमे रामगोपाल अहिरवार, आशीष नायर, भगवन सिंह मीणा ,रोहित नायर, प्रेम पाल, शिवराज अहिरवार, लिलकिशन लोधी, सरफराज ,तुलसीराम, गंगाराम, इस्ताक अली खान, पुरुषोत्तम, वर्गीस थॉमस, बृजमोहन, राजकुमार आदि बड़ी संख्या में मौजूद थे। 

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