व्यापम ग्रुप 4 भर्ती परीक्षा में नंबर घोटाला, कई अभ्यर्थियों के अपने आप नंबर घट गए

श्रीमान संपादक महोदय से निवेदन है कि मेने व्यापम द्वारा ली गई संयुक्त परीक्षा Group-4, Asstt. Grade -3 Stenographer , Stenotypist , Data Entry Operator & I.T. Operator Combined Recruitment में भाग लिया गया था। मैं पंकज कौशल ने 18 दिसम्बर 2016 को सुबह वाली प्रथम चरण में परीक्षा दी थी। चूंकि परीक्षा ऑनलाईन थी जिसमें परीक्षार्थी के नंबर परीक्षा की समाप्ति के पश्चात ही बताते है। उसमें मेरे 49 नम्बर आये थे लेकिन दिनांक 23.03.17 को रिजल्ट आने पर मेरे  45.61 नम्बर दिखा रहा है। अर्थात 4 नम्बर कम दिखा रहा है। जिससे मेरा सिलेक्शन होने नही हो पाया और दूसरा छात्र हरीश कुशवाह जिसमें की भी परीक्षा तिथी 18 दिसम्बर ही थी। उसके भी परीक्षा उपरांत 50 नम्बर दिखा रहा था पर रिजल्ट आने पर 49.04 नम्बर दिखा रहा है। और हम दोनो के पास सीपीसीटी दक्षता प्रमाण भी है। 

और इसी तरह 18 दिसम्बर को मेरे साथ ही सुबह प्रथम चरण में एक और छात्र श्रीराम इस्के ने भी परीक्षा में सम्मिलित हुआ था जिसकें परीक्षा देने के बाद 45 नम्बर दिखा रहा था लेकिन रिजल्ट आने पर उसके 38 नम्बर दिखा रहा है। जिसके कारण व नॉट क्वालिफाइड हो गया है। और इसी दिन करिश्मा गोयल छात्रा में परीक्षा देने उपरान्त 48 नम्बर दिखा रहा था परन्तु रिजल्ट आने पर 41 नम्बर दिखा रहा है। और इसी तरह उर्वशी गोयल के परीक्षा उपरान्त 32 नम्बर दिखा रहा था परंतु रिजल्ट में 26 नम्बर दिखा रहा है। 

ऐसे अन्य छात्र भी है। और अगर व्यापम को दिन वार कट ऑफ निकालने के लिए जो फारमुला आपनाया है। तो उसमें एक समान नम्बर कम होने थे परन्तु उसमें एक रूपता क्यों नहीं है। अलग अलग जाति वार एक ही दिन में अलग अलग नम्बर क्यों कम हुए है। 

इसी तरह और भी परीक्षार्थी जिसने नम्बर कम हुए है। जिसके कारण उनका सिलेक्शन होना से रह गया है। में आपको ये भी बताना चाहता हूॅ कि जब व्यापम ने परीक्षा फार्म के पहले रजिट्रेशन कराया गया था उसमें छात्र की अर्हता से संबंधित सारी जानकारी भराई गई थी। पर फिर भी गुप 4 के रिजल्ट में जिसकें पास सीपीसीटी दक्षता प्रमाण पत्र नहीं है। वह छात्र भी रिजल्ट में सिलेक्शन शामिल है और जिसमें पास सीपीसीटी दक्षता प्रमाण पत्र है। वह वेटिग सूची में दिखा रहा है। 

व्यापम द्वारा रिजल्ट घोषण के पहले ही पूर्ण अर्हता नहीं रखने वाले छात्र को सिलेक्शन की सूची मे रखा ही क्यों। और अगर रखा भी तो अब व्यापम द्वारा विभागवार की परीक्षा कर सिलेक्शन सूची के साथ विभाग को शोप देेगे। और विभाग उन सिलेक्शन छात्रों को जब डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन पत्र भेजेगा और वेरिफिकेशन करेगा तब वह अर्हता पूरी नहीं कर पायेगे। जिससें की विभाग में पोस्ट फिर से खाली रह जाएगी और वह वेटिग छात्र को मौका देगे। पर अगर उस वेटिग गिराने पर भी अगर पूर्ण अर्हता वाले छात्र नहीं मिले तब क्या विभाग बार बार वेटिग गिराने की प्रक्रिया ही करता रहेगा क्या।

क्यों न परीक्षा रिजल्ट आने के बाद यह संयुक्त कॉउसलिग विभाग वार करा दी जावे और उसी समय ही डॉक्यूमेंट सत्यापन का कार्य कर लिया जावे तो। कम से कम पूर्ण अर्हता वाले छात्र का भविष्य के साथ खिलवाड़ नही होगा और पूर्ण अर्हता रखने वाले छात्रों को नौकरी मिल जावेगाी। और विभाग भी की पदपूर्ति भी आसानी से एवं शीघ्र हो जायेगी। 

श्रीमान जी से निवेदन है। हम छात्रों की समस्या को गंभीर रूप से देखते हुए हमारी पेरेषानियों को निराकरण करने का प्रयास करें। हम सब आपके सदैव आभारी रहेगे।

प्रार्थी 
व्यापम की परीक्षा प्रणाली से 
पीड़ित छात्र और उनके साथी 

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