10वीं बोर्ड परीक्षा: हिंदी का पेपर भी आउट, 2000 में बिका

भोपाल। अब तो लगने लगा है कि 10वीं बोर्ड परीक्षा के पेपर आउट नहीं हो रहे बल्कि यह एक सुनियोजित घोटाला है और मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल के अधिकारी भी इसमें शामिल है। अन्यथा क्या बात है कि 9वीं एवं 11वीं की परीक्षाएं रद्द करने वाला शिक्षा विभाग 10वीं बोर्ड की परीक्षा में लीक हो रहे लगभग हर प्रश्नपत्र की खबर का केवल खंडन ही जारी कर रहे हैं। आज हिंदी का पेपर भी आउट हुआ और खुले बाजार में 2000 रुपए में बिका। इसके बाद यह पेपर सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ। उधर परीक्षा चल रही थी, इधर पेपर सोशल मीडिया पर घूम रहा था। 

खबर आ रही है कि हिंदी का पेपर सुबह 7 बजे ही बाजार में आ गया था। सबसे पहले यह 2000 रुपए में बिका, फिर कुछ छात्रों ने इसे वाट्सएप पर अपने दोस्तों को डिलेवर किया। जब तक परीक्षा शुरू हुई, पेपर सोशल मीडिया पर आ गया। इस बार पेपर की फोटो छात्रों के बीच थी। इससे पहले भी पेपर लीक होने की खबरें आती रही और ऑटी समेत पेपर कोरे कागज पर वायरल होता रहा है। 

यह पेपर शिवपुरी जिले के बैराढ़ में स्थित वियानंद और लखेश्वर स्कूल के छात्रों के माध्यम से सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। शिवपुरी में आईएएस नेहा मारव्या परीक्षा प्रभारी हैं। आरोप है कि इन दोनों स्कूलों में खुलेआम नकल होती है। छात्रों तक पेपर आधा घंटे पहले ही पहुंचा दिया जाता है। शुरूआत में केवल ओटी भेजे जा रहे थे, फिर सादा कागज पर हाथ से लिखे प्रश्न आए और अब पेपर की फोटो ही भेज दी गई। परीक्षा प्रभारी आईएएस नेहा मारव्या ने अभी तक इन स्कूलों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। आरोप है कि या तो नेहा मारव्या खुद इस खेल में शामिल हैं या फिर यह घोटाला भोपाल से संचालित हो रहा है और जिले के अफसरों को चुप रहने के लिए बोल दिया गया है। 

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