भोपाल। यूं तो देश की कई चुनावी सभाओं में पीएम मोदी ने मप्र का उदाहरण दिया है परंतु इन दिनों वो मप्र का जिक्र बिल्कुल नहीं कर रहे हैं। मप्र से लगे यूपी के बुंदेलखंड में जब मोदी की चुनावी सभा हुई तो उम्मीद थी कि वो यहां जरूर शिवराज सरकार की खुलकर तारीफ करेंगे परंतु यहां भी ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने अपनी सभा में मप्र का जिक्र तक नहीं किया। यहां उनका अंदाज और दिनों की अपेक्षा थोड़ा बदला-बदला हुआ था।
सभा में बोलने से पहले पीएम मध्यप्रदेश में खजुराहो आए थे और वहां से चॉपर से उरई पहुंचे। यूं तो परंपरा के तौर पर मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह और अन्य ने खजुराहो में उनका ऑफिसियली स्वागत किया है। उनके साथ मंत्री ललिता यादव भी थीं। इस दौरे का इसलिए भी महत्व अधिक बढ़ जाता है, क्योंकि पीएम ने बुंदेलखंड इलाके में चुनाव प्रचार के इस अहम दौर में शिवराज सिंह से कुछ महत्वपूर्ण पूछताछ भी की।
हालांकि, पीएम की गुफ्तगू महज 15-20 मिनट ही हुई। जानकारी के मुताबिक पीएम ने चाय-पानी पिया और फिर उरई के लिए निकल गए। बस, चाय के दौरान चर्चा में शिवराज से कुछ सवाल जवाब किए। यह भी थोड़ा-सा अजीब रहा कि पीएम ने उरई में मध्यप्रदेश के विकास की चर्चा नहीं की। माना तो यह जा रहा था कि शिवराज के सुशासन की बात वे कहेंगे और लोगों से वोट मांगेंगे।
इस अवसर पर टीकमगढ़ के सांसद वीरेन्द्र खटीक, विधायक मानवेन्द्र सिंह, आरडी प्रजापति, रेखा यादव व पुष्पेन्द्र नाथ पाठक के साथ-साथ बुंदेलखण्ड विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विजय बहादुर सिंह बुंदेला, जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश प्रजापति, भाजपा के जिलाध्यक्ष पुष्पेन्द्र प्रताप सिंह, नगर पालिका अध्यक्ष छतरपुर अर्चना सिंह सहित अन्य से भी पीएम मिले।