भोपाल। इसे आप आकंठ अहंकार कहें या चाटुकारिता का चरम लेकिन जो भी है आम जनता के बीच काफी आपत्तिजनक माना जा रहा है। भांडेर के 112 साल पुराने 'श्री राम लीला मेला' आयोजन के होर्डिंग, पोस्टर्स, स्टेज पर लगे बैकड्राप और निमंत्रण पत्रों पर कहीं भी भगवान श्रीराम का फोटो नहीं लगाया गया। बल्कि जहां भगवान श्रीराम का फोटो होना चाहिए, ठीक उसी स्थान पर आशीर्वाद देते हुए नरोत्तम मिश्रा का फोटो जड़ दिया गया। किस्सा दतिया जिले की भांडेर विधानसभा का है। मंत्री नरोत्तम मिश्रा यहां के सर्वाधिकारी माने जाते हैं। जिले में होमगार्ड की ड्यूटी बदलने से पहले भी मंत्रीजी की अनापत्ति लेनी होती है। मजेदार तो यह है कि यहां से विधायक घनश्याम पिरौनिया भी भाजपा से आते हैं परंतु उनका भी पूरे आयोजन में कोई जिक्र ही नहीं। धार्मिक आयोजन हाईजैक हो गया।
गुरुवार 23 फ़रवरी को भांडेर में ऐतिहासिक 112वें मेले 'श्री राम लीला मेला' का औपचारिक उद्घाटन नगरपरिषद अध्यक्ष बृजकिशोर बल्ले रावत एवं अन्य भाजपा के पदाधिकारियों की उपस्थिति में राजू पलैया महामंत्री भाजपा युवा मोर्चा के दीपप्रज्जवलन करने के साथ हुआ।
आयोजक नगरपरिषद भांडेर है। खर्चा सरकारी खजाने से किया जा रहा है लेकिन नगर परिषद ने इस बार मेले की प्रचार सामग्री से भगवान राम को ही बेदखल कर दिया। पांडाल में भी कुछ विशेष होर्डिंग लगे थे जिनमें शीर्ष पर राम की जगह जिले के एक कद्दावर विधायक एवं मंत्री नरोत्तम मिश्रा की आशीर्वाद मुद्रा वाली फोटो लगी थी। मानो मिश्राजी ही भांडेर के भगवान हो गए।
नगरपरिषद द्वारा नगर में बाटें गए आमंत्रण पत्र से भी 'भगवान राम' की फोटो नदारद थी। इलाके में मंत्रीजी का जलजला है। कोई ऊंची आवाज में बात तक नहीं कर सकता, लेकिन खुसर फुसर को तो मंत्रीजी भी नहीं रोक सकते। लोगों ने इस पर आपत्ति जताई है। भोपाल समाचार को कई ईमेल भेजकर लोगों ने नाम ना छापने का आग्रह करते हुए इस मुद्दे को उठाने का आग्रह किया है।
पार्षदों ने किया बहिष्कार
मेले के उद्घाटन कार्यक्रम का नागपरिषद के ही पार्षदों ने सामूहिक बहिष्कार कर दिया। कार्यक्रम के अंत में सिर्फ 2 पार्षद उपस्थित हुए। नगर में कुल 15 पार्षद हैं जिनमें से कुल 13 पार्षद उद्घाटन कार्यक्रम में नहीं पहुंचे। इन पार्षदों का वहां न पहुंचना कहीं न कहीं परिषद् की आपसी अंतर्कलह को ही उजागर कर रहा था।
भाजपा के विधायक तक को किनारे कर दिया
भांडेर विधानसभा से भाजपा के विधायक घनश्याम पिरौनिया आते हैं। घनश्याम मूलत: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ता हैं। संघ की विचारधारा को बढ़ाने के लिए काम किया करते हैं। मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने उन्हे भी जमीन से लगा रखा है। हालांकि वो इस पर कोई आपत्ति नहीं उठाते। अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में मशगूल रहते हैं।