जाहिदा को सजा मिलते ही सक्रिय हुए ध्रुव नारायण सिंह

भोपाल। उधर शेहला मसूद हत्याकांड में जाहिदा परवेज को सजा सुनाई गई और इधर ध्रुवनारायण सिंह फिर से राजनीति में सक्रिय हो गए। आनन फानन उन्होंने एक मंच सजाया। करीब 200 लोगों को जमा किया और अपना अंगद का पांव अड़ा दिया, अगले विधानसभा चुनाव में टिकट की दावेदारी के लिए। बता दें कि शेहला मसूद हत्याकांड की मास्टर माइंड जाहिदा परवेज के ध्रुवनारायण सिंह से अवैध यौन संबंध थे। दीवानगी का आलम यह था कि जाहिदा ने वो तमाम कंडोम जमा कर रखे थे जो ध्रुवनारायण ने उसके साथ यूज किए। 

वक्त शाम के 6:00 बजे। जनता क्वार्टर की इमारत के पास छोटा सा मंच और 200 से ज्यादा कुर्सियां रखी हुईं है। ध्रुवनारायण सिंह के आने का अनाउसमेंट होता है। लोग आना शुरू होते हैं। कुछ ही देर में ध्रुव और करीब 10-15 लोगों के साथ यहां आते हैं। शनिवार को शहला केस के फैसले की खुशी उनके चेहरे पर साफ दिखाई दे रही है। आते ही लोगों से कहते हैं कि कि मुझे बताया कि आप लोग याद करते हैं, इसलिए मैंने मिलना-जुलना शुरू कर दिया है। भाईचारा बढ़ा रहा हूं। आपका भाई हूं, इसलिए कोई भी व्यक्तिगत परेशानी मुझे बताएं। आपको गुंडे परेशान करेंगे तो उसे मैं भी दो जूते मारूंगा। आपको घर आने का निमंत्रण दे रहा हूं। फिर धु्रव ने कहा कि मेरे पास जब जिम्मेदारी थी तब खूब काम किया। अभी आपके भाईका हाथ खाली है। पर जब भी मौका मिलेगा, इससे ज्यादा काम करूंगा। उनके कार्यक्रम करवा रहे पूर्व पार्षद पति सतीश नायक ने कहा कि नेता जी पिछले कुछ समय से लगातार संवाद कर रहे हैं। पार्टी या टिकट नहीं लोगों की सेवा के उद्देश्य से वे ऐसा कर रहे हैं।

क्यों हुए सक्रिय 
ध्रुव नारायण को शहला मर्डर केस में पहले ही क्लीन चिट मिल चुकी थी। अब जाहिदा को सजा भी हो गई है। चूंकि पहले भी पार्टी ने छवि पर सवाल उठने वाले लोगों को टिकट दिया, इसलिए ध्रुव को भी टिकट की उम्मीद है। दूसरे समीकरण में उनके भाई हर्ष सिंह के एवज में टिकट मिलने का है। हालांकि इस समीकरण भोपाल की बजाय रामपुर बघेलान से टिकट दिया जाएगा। ध्रुव भोपाल से बाहर जाने के इच्छुक नहीं है। फिर भी उन्हें शीर्ष स्तर के राजनीतिक संबंधों से मिलने की उम्मीद है।

दिक्कत क्या है 
यदि ध्रुव को टिकट या पार्टी में अहम जिम्मेदारी मिलती है तो पूर्व विधायक जितेंद्र सिंह डागा और अन्य लोग भी अपने राजनीतिक पुनर्वास की मांग करेंगे।

मध्य विधानसभा से बिगड़ा दावेदारों का गणित
मध्य विधानसभा से अभी सुरेंद्र नाथ सिंह विधायक हैं। उन्होंने भी अगली पारी की जमावट अभी से शुरू कर दी। कभी सफाई अभियान तो कभी चाय पर चर्चा के बहाने वे क्षेत्र में पहुंच रहे हैं। उनके अलावा परिषद अध्यक्ष सुरजीत सिंह चौहान, बीडीए अध्यक्ष ओम यादव से लेकर एक दर्जन से ज्यादा दावेदार हैं।

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