दलितों ने पैर नहीं छुए तो नेताजी ने नंगा करके पीटा

बांदा। जिला पंचायत सदस्य जितवा यादव पर आरोप है कि उन्होंने 2 दलितों का किडनैप किया, नंगा करके पीटा, जूतों की माला पहनाई और थाने ले जाकर पुलिस से पिटवाया। इसके बाद राजीनामे पर हस्ताक्षर करवाकर छोड़ दिया। यह सब इसलिए, क्योंकि दलितों ने नेताजी के पैर नहीं छुए थे। 

बांदा देहात कोतवाली क्षेत्र के जमुनीपुर गांव के मजरा गढ़ुवा के डेरा में रहने वाले पंचू का कुसूर सिर्फ इतना था कि रात में अपनी चमचमाती गाड़ी में आ रहे बांदा जिला पंचायत सदस्य जितवा यादव से राम-राम तो किया, लेकिन आगे बढ़कर पैर नहीं छुआ। बस इसी गुनाह के लिए दबंग ने उसे बांधकर पीटा।

पीड़ित परिवार का आरोप है कि अगली सुबह जितवा यादव अपने दर्जनों गुर्गों के साथ उनके घर पर हमला बोल दिया, पंचू को गाड़ी में लादकर ले गया और घर में बंद कर बुरी तरह से पिटाई की और निर्वस्त्र कर जूतों की माला पहनाकर अपने साथ घुमाने की भी कोशिश की। बाद में इसे गाड़ी में लादकर देहात कोतवाली ले गए और वहां भी पूरे दिन और रात पुलिस से उसे पिटवाया। फिर अगली सुबह जबरन राजीनामे पर अंगूठा लगवाकर छोड़ दिया।

वहीं उसी गांव के हरिचरण पर भी दबंग और पुलिस ने साझा अत्याचार किया है। इसका गुनाह भी पंचू जैसा था। दबंग जितवा यादव को इसने राम-राम तो किया, लेकिन पैर नहीं छुआ था। रात के वक्त इसके घर में भी जितवा यादव अपने गुर्गों के साथ हमला बोल दिया और इसके साथ ही घर की महिलाओं की भी पिटाई कर दी। 

पीड़ित हरिचरण को भी जबरन गाड़ी में लादकर इस दबंग ने देहात कोतवाली पहुंचा दिया और फिर देहात कोतवाली ने पूरा दिन और पूरी रात टॉर्चर किया। जब गांव वाले एसपी के पास शिकायत करने पहुंचे, तब उसे भी राजीनामे पर अंगूठा लगवाकर छोड़ दिया गया।

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