नईदिल्ली। भारत में 10 लाख के इनामी आतंकवादी को यूएन की भरी सभा में शहीद बताने वाले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से अमेरिका अब भी उम्मीद करता है कि वो आतंकवाद के विरुद्ध कार्रवाई करेंगे। अमेरिका ने पाकिस्तान को कहा है कि वो उरी हमले की जांच के मामले में भारत की मदद करे। अमेरिका ने खुद भी जांच में मदद करने की पेशकश की है।
अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट ने कहा कि यूएस ने अमेरिका से बहानेबाजी नहीं उरी हमले में भारत की जांच के लिए कहा है। इसके साथ ही अमेरिका ने भी इस मामले में भारत को मदद मुहैया कराने की पेशकश की है। अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट ने कहा कि 'हमलोग इस मामले में लिस्ट का इंतजार कर रहे हैं। हमने भारत सरकार से इस मामले में मदद की पेशकश की है। इसके साथ ही हमने पाकिस्तान से कहा है कि वो नई दिल्ली की मदद करे।' इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव बान की मून ने भी कहा है कि कश्मीर का मसला भारत और पाकिस्तान खुद सुलझाएं।
दरअसल, अमेरिका के पास पुख्ता सूचनाएं हैं कि भारत की मोदी सरकार इस वक्त पब्लिक के प्रेशर में है। भारत की जनता चाहती है कि धमाके का बदला धमाकों से लिया जाए। कुछ इस तरह की सैन्य कार्रवाई की जाए कि या तो पाकिस्तान भविष्य में कभी इस तरह की हरकत ना कर पाए या फिर सीधा युद्ध शुरू हो जाए ताकि अंतिम फैसला हो सके। अमेरिका हर हाल में पाकिस्तान पर होने वाले इस संभावित हमले को टालना चाहता है अत: वह लगातार नवाज शरीफ को समझा रहा है कि भारत को उकसाने वाले बयान और कार्रवाईयां बंद कर दें।