नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के उड़ी में सेना मुख्यालय पर हुए आतंकी हमले को लेकर अब एक नया एंगल भी सामने आया है। बताया जा रहा है कि जिस हेडक्वार्टर पर हमला हुआ वो किले की तरह सुरक्षित था। सवाल यह है कि आतंकवादी उसके नजदीक तक पहुंचे कैसे।
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक आतंकियों को ये तक पता था कि कैम्प के अंदर ब्रिगेड कमांडर का दफ्तर और निवास किस जगह पर स्थित है। करीब 500 आबादी वाला सुखदर गांव ब्रिगेड मुख्यालय से चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। माना जा रहा है कि गांव और ब्रिगेड मुख्यालय के बीच स्थित जंगल की वजह से आंतकियों को आसानी रही होगी। आतंकियों ने जिस प्रकार के घातक हमले को अंजाम दिया है उससे प्रतीत होता है कि उन्हें किसी ऐसे व्यक्ति की मदद मिली थी, जिसे न केवल इस इलाके की बल्कि सैन्य टुकड़ियों की आवाजाही के बारे में भी पूरी जानकारी थी बल्कि हेडक्वार्टर की भौगोलिक जानकारी भी थी।
3 सुरक्षा घेरे पार किए
आतंकियों ने पहले एलओसी पर लगी बाड़ को पार किया और उसके बाद ब्रिगेड मुख्यालय पर लगी बाड़ को, फिर सेना और सीमा सुरक्षा बल के पिकेट और चेकपोस्ट को। सेना के सूत्रों के हवाले से अखबार ने लिखा है कि बि ना जान-पहचान के अंदर घुसना नामुमकिन है, क्योंकि उसके चारों तरफ कड़ी सुरक्षा है। वो किले जैसा है।