जबलपुर। खबर का असर हुआ है। पनागर तहसील की ग्राम पंचायत बम्हनौदा के ग्राम बैहर में श्मशान का रास्ता बनाने के लिए काम शुरू कर दिया गया है। यहां शमशान तक जाने के लिए तालाब से होकर गुजरना पड़ता है। यह खबर नेशनल लेवल पर वायरल हुई है। खबर सामने आने पर प्रशासन में हड़कम्प मच गया। मामला सामने आने के बाद प्रशासन ने श्मशान तक मार्ग का काम शुरू करवा दिया है। कलेक्टर ने इसे साजिश बताया है लेकिन क्यों और किसकी साजिश है, इसका खुलासा नहीं किया।
गांव बैहर निवासी धूमा पटेल की मां कांतिबाई पटेल (70) का कल सुबह 11 बजे निधन हो गया था। खबरों के अनुसार श्मशान तक पहुंचने का मार्ग नहीं होने के कारण शव यात्रा को तालाब से निकालना पड़ा। शव यात्रा में शामिल लोग अर्थी को चार फीट गहरे पानी से निकालकर ले गये और निजी भूमि में अंतिम संस्कार किया गया।
ग्राम पंचायत की सरपंच के पति और उनके प्रतिनिधि मनोज बैरानी का आरोप था कि श्मशान तक पहुंचने वाले वैकल्पिक मार्ग पर गांव के नलिन शर्मा ने कब्जा कर रखा है। उन्होंने शव यात्रा को वैकल्पिक मार्ग से नहीं निकलने दिया।