भिंड/मध्यप्रदेश। राजस्थान के कोटा बैराज से 2.26 लाख क्यूसेक पानी छोड़ दिए जाने से चंबल नदी में बाढ़ आ गई है। इस बाढ़ में अटेर के 8 गांव डूब गए हैं जबकि 25 गांव खतरे में आ गए हैं। देवालय मुकटपुरा नावली वृंदावन गांव का आवागमन पूरी तरह बंद हो गया है।
इस इलाके में सामान्य से करीब 10 फीट ऊंचा पानी चल रहा है, जिसके वजह से लोगों को तैरकर निकलना पड़ रहा है। चम्बल नदी का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। जलस्तर बढ़ने से दो दर्जन गांवों में बाढ़ का खतरा और बढ़ गया है।
अटेर नगर सहित आसपास के गांवों के सैकड़ों किसानों की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है। गांव के लोग अपने घरों को छोड़कर ऊंचें स्थानों पर पहुंच रहे हैं। प्रशासन ने हाईअलर्ट जारी कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंने के साथ-साथ सतर्कता बरतने को भी कहा गया है।