भोपाल। मंदसौर के जज राजवर्धन गुप्ता की सरेराह मारपीट का मामला भोपाल समाचार में प्रसारित होने के बाद देश भर में वायरल हुआ और हाईकोर्ट ने मामले को संज्ञान में लेते हुए सरकार से मप्र में न्यायाधीशों की सुरक्षा के बंदोबस्त करने के निर्देश दिए।
घटना 23 जुलाई की है। स्थानीय अखबारों में तत्समय ही इस खबर का प्रकाशन हो गया था परंतु बात आई गई हो गई। इसके बाद भिंड के न्यायाधीश मनोज कुमार तिवारी ने इस घटना का वीडियो अपनी फेसबुक पर पोस्ट किया। यहीं से इस मामले को नया मोड़ मिला। 27 जुलाई को भोपाल समाचार ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया और स्पष्ट किया कि किस तरह कुछ बदमाशों ने मौके का फायदा उठाते हुए कानून हाथ में लिया। उनका उद्देश्य केवल मारपीट और लूटपाट करना ही था।
भोपाल समाचार डॉट कॉम की खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई। 20 हजार से ज्यादा लोगों ने इस खबर को शेयर करते हुए घटना का विरोध किया। यह सोशल मीडिया का ही दवाब था कि पुलिस को ठंडे हो चुके मामले में कार्रवाई करनी पड़ी। रातों रात 8 संदिग्ध बदमाशों को हिरासत में लिया गया। इधर हाईकोर्ट ने भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए घटनाक्रम को संज्ञान में लिया एवं सरकार को निर्देश दिए कि वो न्यायाधीशों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
यह रही वो खबर जो सोशल मीडिया पर वायरल हुई
यह है वो वीडियो जो फेसबुक पर पोस्ट किया गया था (Click Here for Video)