लोकेश सोलंकी/इंदौर। केंद्र सरकार के अधीन विभागों में अकाउंटेंट की नौकरी के नाम पर देशभर के बेरोजगारों से ठगी की जा रही है। ठगी करने वालों ने संयुक्त रोजगार परीक्षा (JOINT EMPLOYMENT TEST) के नाम से एक फर्जी महकमा ही खड़ा कर लिया है। रोजगार समाचार और वेबसाइट के जरिए भर्ती परीक्षा का विज्ञापन दिया जा रहा है। हैरानी की बात है कि ठगों ने छत्तीसगढ़ के एक सांसद के निवास को बोर्ड के पते के रूप में प्रचारित कर दिया है।
बीते दिनों लेखापाल (अकाउंटेंट) के 1535 पदों के लिए भर्ती का एक विज्ञापन रोजगार समाचार पत्र में छपा। आवेदन के लिए JETEXAM.IN नामक वेबसाइट का एड्रेस दिया गया। इस पर जाने वालों को जानकारी मिल रही है कि यह सरकार के विभिन्न विभागों में विभिन्न पदों के लिए चयन प्रक्रिया आयोजित करने वाला स्वायत्त संस्थान है।
मुख्यालय के पते के तौर पर इसमें 140, नार्थ एवेन्यू, दिल्ली लिखा है। अकाउंटेंट की भर्ती के साथ ही चार तरह के डिग्री और डिप्लोमा के लिए भी ऑनलाइन आवेदन मंगवाए जा रहे हैं। हर फॉर्म पर 450 से 600 रुपए तक ऑनलाइन फीस भी जमा करवाई जा रही है।
सब कुछ फर्जी
वेबसाइट पर बताया जा रहा है कि भर्ती बोर्ड मिनिस्ट्री ऑफ कंपनीज के अंतर्गत आता है। असल में इस नाम से केंद्र में कोई मंत्रालय ही नहीं है। सरकार की ओर से ऐसा कोई बोर्ड भी नहीं बनाया गया है। वेबसाइट की छानबीन की तो पता चला कि आवेदन के साथ जमा की जाने वाली फीस LEADERS PRO LEARNING PRIVATE LIMITED नामक एक कंपनी के खाते में जा रही है।
कंपनी के रजिस्ट्रेशन में प्लॉट नंबर-3 एमपी नगर भोपाल का पता दिया गया है। कंपनी के 2013 में एक लाख रुपए की पेड कैपिटल से रजिस्टर्ड हुई इस कंपनी के रिकॉर्ड में भोपाल के ही दो शख्स प्रतीक भारद्वाज और मनोजकुमार चौरसिया डायरेक्टर बताए गए हैं। मजेदार बात तो यह है कि ministry of incorporation की बेवसाइट पर ऐसी किसी कंपनी की डीटेल्स ही नहीं हैं। तो क्या कंपनी भी पूरी तरह से फर्जी है।