भोपाल। अक्सर शांत चित्त दिखने वाले मुख्यमंत्री पिछले कुछ समय से गुस्से में हैं। अपने कार्यकर्ताओं, अफसरों, समर्थकों और कर्मचारियों हर वर्ग पर उनकी नाराजगी का असर साफ दिखाई दे रहा है। पहले तो 0 टारलेंस की बात करते थे, इन दिनों 0 टारलेंस पर काम करते दिखाई दे रहे हैं।
सीएम ने शुक्रवार को एक बार फिर बड़ी कार्रवाई करते हुए फोन पर रुपयों की मांग करने वाले अनुसूचित जनजाति विभाग के आयुक्त जेएन मालपानी को तुरंत पद से हटा दिया। भ्रष्टाचार के मामलें में इतनी तेजी से निर्णय पहले कभी नहीं हुए।
घर में टीवी देखने वाले और पूजापाठ करने वाले किसानों को मुआवजा ना देने का ऐलान करने वाले राजगढ़ कलेक्टर आनंद कुमार शर्मा भी हटा दिया गया है। इसी के साथ पिछले 2 माह में शिवराज की कार्रवाई का शिकार हुए आईएएस अफसरों की संख्या 6 हो गई है।
इससे पहले कौन
भिंड कलेक्टर मधुकर आग्नेय
दतिया कलेक्टर पीसी जांगड़े
नीमच कलेक्टर नंदकुमारम
अशोक नगर कलेक्टर राजाभैया प्रजापति
और अब
अनुसूचित जनजाति आयुक्त जेएन मालपानी
राजगढ़ कलेक्टर आनंद शर्मा
मतलब साफ है कि सीएम शिवराज सिंह को समझ आ गया है कि बातों के बताशों से चौथी दीवाली नहीं मनाई जा सकेगी। जनता जो चाहती है वो करके दिखाना होगा।