भोपाल। कृषि मंत्री गोपाल भार्गव के 'अच्छे दिन' कतई नहीं चल रहे हैं। पिछले दिनों उन्होंने अपने बेटे व बेटी की शादी सरकारी सामूहिक विवाह सम्मेलन में की लेकिन मीडिया में उसे वो माइलेज नहीं मिला जिसकी उम्मीद थी, अब गोपाल भार्गव अधिकारियों को जातिसूचक शब्दों से संबोधित करने के मामले में चर्चा में आ गए हैं।
कृषि मंत्री गोपाल भार्गव के रविवार को सोशल मीडिया पर चले एक वीडियो से बवाल मच गया है। इसमें मंत्री पत्रकारों से चर्चा करते समय जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते दिखाई दे रहे हैं। पत्रकारों ने उनसे पूछा था कि विभाग के बड़े पदों पर उच्च वर्ग के अफसर नियुक्त होते हैं तो मंत्री ने कहा- बड़े अफसरों की नियुक्ति मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है।
भार्गव ने कहा है, डरपोक किस्म के लोग इस तरह की बातें करते हैं। मेरे स्टाफ में तो अहिरवार और सेन समाज (जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल भी किया) के कर्मचारी हैं।
हालांकि अभी यह पता नहीं चल पाया है कि यह वीडियो कब और कहां बनाया गया था परंतु बयान तो बयान है। नेताजी हैं तो जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करना गलत ही कहा जाएगा, फिर चाहे वो ताजा बयान हो या पुराना।