संविदा शाला शिक्षक भर्ती में मूकबधिरों को आरक्षण

भोपाल। सामाजिक न्याय संचालनालय का बुधवार सुबह से घेराव करने वाले मूक बधिरों की संविदा शाला शिक्षक की नियुक्ति में दो प्रतिशत आरक्षण का लाभ दिए जाने की मांग को सरकार ने मान लिया हैं। इसके बाद मूक बधिरों ने अपना आंदोलन खत्म कर दिया।

तुलसी नगर स्थित संचालनालय में भीड़ की शक्ल में मूक बधिरों के पहुंचने से यहां अफसरों के बीच खलबली मच गई थी। इसकी जानकारी उन्होंने फौरन ही उच्चाधिकारियों सहित जिला प्रशासन को दी। दोपहर में मूक बधिरों से मिलने एडीएम विकास मिश्रा, टीटी नगर एसडीएम संदीप किरकिटा ने साइन लैंग्वेज विशेषज्ञ की मदद से मूक बधिरों से बात करते हुए उन्हें समझाने की कोशिश की। लेकिन धरने दे रहे मूक बधिरों ने मिश्रा के आश्वासन को नहीं माना।

इसके बाद सामाजिक न्याय विभाग के प्रमुख सचिव एम मोहनराव और सामान्य प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव के सुरेश के बीच बैठक हुई। इसके बाद शासन ने मूक बधिरों को संविदा शाला शिक्षक वर्ग की नियुक्ति में 2 फीसदी आरक्षण की मांग को मानते हुए आदेश जारी किए। राव का कहना है कि मूक बधिरों की मांगें नीतिगत है। अन्य मांगों का भी निराकरण किया जाएगा। मूक बधिरों ने 27 अप्रैल को टीटी नगर स्थित निशक्तजन आयुक्त दफ्तर का भी घेराव किया था।

धरना-प्रदर्शन की जानकारी नहीं
जिला प्रशासन को मूक बधिरों के इस धरना-प्रदर्शन की जानकारी नहीं थी। एडीएम, एसडीएम, तहसीलदार समेत पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे। वहीं, एडीएम विकास मिश्रा ने कहा कि जिला प्रशासन से परमिशन लिए बिना मूक बधिर प्रदर्शन कर रहे हैं। इधर, मूक बधिरों के नेता सनी कोचर ने कहा कि उन्होंने जिला प्रशासन को आंदोलन की सूचना पूर्व में दे दी थी। अपनी मांगों को लेकर मूक बधिरों ने बुधवार को सामाजिक न्याय संचालनालय का घेराव किया।

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !