गुडग़ांव। साइबर सिटी में गाड़ियों के शॉकर बनाने वाली कंपनी Gabriel India के एचआर एडमिन पर एक इंजीनियर को जिंदा जलाने का आरोप प्रकाश में आया है। पीड़ित इंजीनियर ने बताया है कि उस पर कंप्यूटर चोरी का इल्जाम लगाया गया और पेट्रोल डालकर आग लगा दी। साथी कर्मचारियों ने उसे बचाया।
कंपनी के एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट के केबिन में उन अज्ञात लोगों ने उस कर्मचारी पर पैट्रोल डालकर आग लगा दी और अधिकारी देखते रहे। यह दर्दनाक कहानी है यूपी के कुशीनगर के रहने वाले शशिकेश खरवार की। इस मामले का खुलासा उस वक्त हुआ, जब पीड़ित शशिकेश ने कंपनी के एचआर विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए सदर थाना में लिखित शिकायत दी। फिलहाल पुलिस इस मामले की संजीदगी से जांच कर रही है। वहीं दूसरी ओर पीड़ित शशिकेश अपनी पत्नी किरन और तीन साल के बेटे मोहित के साथ न्याय की लड़ाई लड़ रहा है।
क्या है मामला
आपको बता दें कि पीड़ित शशिकेश अपनी पत्नी और बेटे के साथ मौजूदा समय में शिवकॉलोनी में रहता है। शशिकेश की नौकरी खांडसा रोड स्थित शॉकर बनाने वाली कंपनी गेबरिएल में जुलाई 2011 में ऑपरेटिंग इंजीनियर के पद पर लगी थी।
पुलिस को दी गई शिकायत में शशिकेश ने बताया है कि इस साल 12 फरवरी को वह कंपनी में शिफ्ट बी में ड्यूटी पर था। आरोप है कि एचआर विभाग की रेखा सिंधु और रमेश यादव ने उसे एडमिनिस्टे्रशन डिपार्टमेंट में बुलाया। पीड़ित का आरोप है कि जब वह वहां पहुंचा, तो दोनों ने कंप्यूटर चोरी करने का आरोप लगाते हुए उसे धमकी दी। केबिन में उनके अलावा कुछ अज्ञात लोग भी थे। उन लोगों ने एक स्टेटमेंट पर शशिकेश से साइन करने को कहा।
आरोप है कि जब उसने स्टेटमेंट पर साइन करने से मना कर दिया, तो एचआर विभाग के लोगों ने उससे जबरन साइन करवा लिया और फिर उन अज्ञात लोगों ने उस पैट्रोल डालकर आग लगा दी। घटना के बाद सभी उसको जलता हुआ छोड़कर भाग गए। शशिकेश के चिल्लाने की आवाज सुनकर अन्य कर्मचारी आए और किसी तरह आग बुझाया। कर्मचारी तत्काल उसे इस्लामपुर स्थित एक अस्पताल ले गए। दो दिन तक इलाज होने के बाद उसे सुशांतलोक स्थित एक नामी अस्पताल भेज दिया गया।