शौचालय निर्माण घोटाले की जांच रिपोर्ट लिफाफे में बंद

आनंद ताम्रकार/बालाघाट। बालाघाट जिले में समग्र स्वच्छता अभियान के तहत शौचालय निर्माण के नाम पर लाखों रूपयों की अनियमितता की जांच करने के लिये प्रदेश के अलग अलग जिलों से आये 56 अधिकारियों ने जिले की 10 जनपद पंचायतों की 692 ग्राम पंचायतों में पहुंच कर योजना के क्रियान्वयन का जायजा लिया और जांच रिपोर्ट लिफाफे में बंद कर ली जिसे शासन को सौंपा जायेगा।

बालाघाट जिले में समग्र स्वच्छता अभियान के तहत शौचालय निर्माण को लेकर अनेक अनियमिततायें प्रकाश में आई थी जिनमें कागजों पर निर्माण कर हितग्राहियों तक राशि का नही पहुंचना, प्रथम किश्त जारी कर बकाया राशि का भुगतान नही किया जाना बताया गया। विगत वर्ष नवंबर माह में स्वच्छ भारत अभियान के तहत गोद ली गई 123 ग्राम पंचायतों में 43251 शौचालय निर्माण कार्य का लक्ष्य दिया गया था जिसमें शौचालय निर्माण की राशि 9900 से बढाकर 12000 रू. कर दी गई इसके बावजूद अधिकारियों की लापरवाही और सरपंचों से सांठगांठ के चलते अपेछित परिणाम प्राप्त नही हुए। अनेक गांव में तो लक्ष्य के विपरीत केवल 10 फीसदी ही कार्य किया गया है।

श्री तरूण राठी ने अवगत कराया की समग्र स्वच्छता अभियान के तहत कराये गये निर्माण कार्य की जांच के लिये प्रदेश के विभिन्न जिलों से अधिकारियों का जांच दल आया हुआ है जांच दल स्वतंत्र रूप से जांच कर रहा है तथा उनके दारा की गई जांच का प्रतिवेदन वरिष्ट स्तर पर सौंपा जायेगा।

बालाघाट जिले के मलाजखंड स्थित सेन्ट्रल स्कुल में 14 वर्षीय छात्रा कु. टीया उर्फ शीखा पिता बी.एन. पासवान ने मलाजखंड टाउनशिप स्थित अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली मृतक छात्रा के माता पिता बिहार में रहते हैं। वर्तमान में वह अपने बडे पापा जे.एन. पासवान के परिवार के साथ रह रही थी तथा सेन्ट्रल स्कुल की कक्षा 9वी की छा़त्रा थी। 29 जनवरी को शिखा ने अपने बडे पापा को बताया था की वह हाल ही में सम्पन्न हुई अर्ध वार्षिक परीक्षा में विज्ञान और गणित विषय में अनुतिर्ण हो गई है जिस पर उसे बडे पापा ने ध्यान लगाकर पढने की समझाईस भी दी थी लेकिन उसने रात्रि 8 बजे के करीब कमरे में लगे सीलिंग फेन में स्केटिंग की रस्सी बांधकर फांसी लगा ली। पता लगते ही उसे रस्सी काटकर नीचे उतारा गया और ताम्र परियोजना अस्पताल में ले गये जहां उसे मृत घोषित कर दिये। शिखा की लाश का पोस्टमार्टम उसके माता पिता के आने के बाद किया जायेगा।

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !