भोपाल। मप्र पुलिस की आॅनलाइन गश्त आज काम आ गई। चलती हुई ट्रेन में मनचलों से घिरी छात्राओं ने मप्र पुलिस से आॅनलाइन मदद मांगी और पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए चलती हुई संघमित्रा एक्सप्रेस रुकवा कर आरोपी युवकों को गिरफ्तार कर लिया।
यह है पूरा मामला
बेगूसराय की रहने वाली छात्राएं बेंगलुरू में बीई की पढ़ाई कर रही हैं। वे पटना जाने के लिए ट्रेन में सवार हुई थीं। चेन्नई से तीन युवक स्कंद कुमार साही, राहुल पांडे और रोहित उपाध्याय इसी कोच में सवार हुए थे।
उन्होंने नागपुर स्टेशन पर कोल्ड ड्रिंक खरीदा। उसमें शराब मिलाई और पीने लगे। छात्राओं ने इसका विरोध किया तो उनपर कमेंट किए। युवकों ने उन पर सिगरेट का धुआं छोड़ा। छात्राओं ने टीटीई से शिकायत की पर अनसुना कर दिया गया। इस पर एक छात्रा ने अपने लैपटॉप से मप्र पुलिस के ट्विटर अकाउंट पर मदद की अपील की। संयोगवश यह ट्वीट डीजीपी सुरेंद्र सिंह ने देख लिया।
उन्होंने तुरंत जीआरपी के एसपी अवधेश गोस्वामी को इसकी सूचना दी। गोस्वामी ने पता लगाया कि ट्रेन घोड़ाडोंगरी स्टेशन के पास है। गोस्वामी ने घोड़ाडोंगरी चौकी के हेड कांस्टेबल दशरथ सिंह को स्टेशन पहुंचने के लिए कहा। दशरथ और कांस्टेबल कोकसिंह ने स्टेशन मास्टर से बात कर ट्रेन को वहां रुकवाया और छात्राओं से बातचीत कर तीन छात्रों को गिरफ्तार कर लिया।
इटारसी में पकड़ा छात्रों को
इटारसी में जीआरपी के एसआई आरएस महाजन टीम के साथ स्टेशन पर पहुंच गए। ट्रेन के रुकते ही उन्होंने कोच में चढ़कर युवकों को पकड़ लिया। युवकों की पहचान मुजफ्फरनगर निवासी स्कंद कुमार साही (18), वाराणसी निवासी रोहित उपाध्याय (23) और चेन्नई में रहने वाले राहुल पांडे (25) के रूप में हुई। ये तीनों चेन्नई के एक इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं। वे चेन्नई से पटना जा रहे थे। आरोपियों के खिलाफ छेड़छाड़ का प्रकरण दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में कोर्ट ने आरोपियों पर जुर्माना लगाकर छोड़ दिया।
हवलदार को 5 हजार इनाम की घोषणा
डीजीपी सिंह ने इस घटना में पुलिस की सक्रियता की सराहना करते हुए हवलदार दशरथ सिंह को 5 हजार रुपए का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है। पुलिस टीम में शामिल अन्य पुलिसकर्मियों को भी पुरस्कृत किया जाएगा।