लीक हुई भाजपा की नई कार्यकारिणी

भोपाल। (उपदेश अवस्थी)। भारतीय जनता पार्टी की टीम तोमर को लेकर कयासों का दौर लगातार जारी है। जब से यह खबर आई है कि लिस्ट फाइनल हो गई है, भाजपाईयों की धड़कनें बड़ गईं हैं और नई टीम में अपनी जगह खोच रहे नेताओं की कसरतें भी। इस एक्सरसाइज में कुछ नाम लीक हो गए हैं। आइए उनकी चर्चा करते हैं। 

पता चल रहा है कि भाजपा के सभी मोर्चों के अध्यक्ष और प्रकोष्ठों के संयोजक बदल दिए जाएंगे। भाजपा के अधिकृत पोर्टल से भी सारे के सारे नाम हटा दिए गए हैं अर्थात मध्यप्रदेश में फिलहाल भाजपा का सबकुछ भंग हो गया है। 


आलोक संजर को मिलेगा अवकाश


माना जा रहा है कि मध्यप्रदेश भाजपा के कार्यालय मंत्री आलोक संजर एवं सह कार्यालय मंत्री राजेन्द्र सिंह को रवानगी तय है। इस बार संगठन ने तय किया है कि भाजपा का कार्यालय मंत्री कोई फुलटाइमर होना चाहिए और इसके लिए जबलपुर के संगठनमंत्री गोविंद नायर एवं इन्दौर के संगठन मंत्री शैलेन्द्र बरुआ का नामों पर विचार किया जा रहा है। 


खतरे में ध्रुवनारायण की वापसी 


सहमंत्री के लिए राजेन्द्र सिंह के नाम पर सहमति बन गई है परंतु ध्रुवनारायण सिंह के नाम पर विचार जारी है। ध्रुवनारायण सिंह भले ही शहलामसूद हत्याकांड में सीबीआई की जांच से बच गए हों परंतु शहला मसूद से उनके संबंध तो उजागर हो ही गए और ऐसे प्रेम संबंध भाजपा के लिए भारी हो सकते हैं अत: ध्रुवनारायण सिंह की कुर्सी खतरे में ही है। सनद रहे कि शहला मसूद हत्याकांड के बाद भाजपा से इस्तीफा देने के बाद फिलहाल ध्रुवनारायण सिंह के पास भाजपा का कोई पद नहीं है और उन्होंने वापस अपना पद पाने के लिए जबर्दस्त केम्पेन किया है। श्री सिंह ने इस केम्पेन में अपने राजनैतिक आकाओं के अलावा मीडिया के मित्रों का भी साथ लिया है और सीएम तक कई सिफारिशें भेजी गईं हैं। 


उपाध्यक्षों में जीजा-साले में से कोई एक 


उपाध्यक्षों के नामों में रीवा के चंदामणी त्रिपाठी, वेदप्रकाश शर्मा, सागर के भूपेन्द्र सिंह एवं विनोद गोटिया लगभग तय हो गए हैं लेकिन टीकमगढ़ के सांसद वीरेन्द्र कुमार और उनके जीजा डॉक्टर गौरीशंकर शेजवार के मामले में सुई अटकी हुई है। कहा जा रहा है कि जीजा और साले में से किसी एक को ही उपाध्यक्ष की कुर्सी सौंपी जाएगी। 

रघुनंदन शर्मा की वापसी तय 


महामंत्रियों में भाजपा से निकाले गए रघुनंदन शर्मा की वापसी तय है। उनके अलावा खंडवा के नंदकुमार सिंह चौहान एवं ग्वालियर से माया सिंह का नाम भी तय हो गया है। राजो मालवीय की आरक्षित सीट पर फिलहाल कोई सवाल उठा ही नहीं। वो निर्विरोध निर्वाचित हो गईं हैं। 


सहमंत्रियों की बदलेगी सूची


भाजपा में सहमंत्रियों की सूची लगभग पूरी की पूरी बदल जाएगी। उषा ठाकुर को महिला मोर्चा का अध्यक्ष बनाया जाना है परंतु वो तैयार नहीं हैं। इस मामले को वो पब्लिक प्लेटफार्म पर भी ले गईं अत: संभव है कुछ नाराजगी का नुक्सान भी उन्हें भोगना पड़े, लेकिन यदि नेताजी नाराज नहीं हुए तो वो प्रमोट होकर उपाध्यक्ष बनाई जा सकतीं हैं। 
इनके अलावा सीधी के शरदेन्दु तिवारी, शहडोल की अमिता चपरा एवं शाजापुर के इन्दर सिंह परमार की विदाई लगभग तय है। 


कोषाध्यक्ष भी बदलेगा


भाजपा में सामान्यत: कोषाध्यक्ष को बदलने की प्रक्रिया नहीं है परंतु माना जा रहा है कि इस बार कोषाध्यक्ष भी बदल जाएगा। इस मामले में बैतूल के हेमंत खंडेलवाल एवं चैतन्य कश्चप के नामों पर विचार हो रहा है। आरएसएस का फीडबैक इस मामले में आना शेष है। 

तपन का जलवा कायम है 


भाजपा प्रदेश मंत्री के पद पर तपन भौमिक यथावत रहेंगे। उनकी कुर्सी पर कोई राईपत्ती तक का सवाल खड़ा नहीं हुआ है। 

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