भोपाल, 24 नवंबर 2025: रीवा जिले से एक बेहद दुखद और चिंताजनक खबर सामने आई है। पुष्पराज नगर में पदस्थ सहायक शिक्षक विजय पांडेय, जो इन दिनों बीएलओ के रूप में एसआईआर सर्वे की ड्यूटी निभा रहे थे, सोमवार को अचानक गंभीर रूप से बीमार पड़ गए। सर्वे के दौरान उन्हें ब्रेन हेमरेज हो गया और सिर में तेज दर्द के साथ बेहोशी की हालत में उन्हें तुरंत संजय गांधी अस्पताल रीवा ले जाया गया। शुक्र है कि अभी उनकी हालत स्थिर बनी हुई है और इलाज चल रहा है।
नोडल अधिकारी बार-बार फोन करके दबाव डाल रहे थे
परिजनों ने जो बताया, उससे दिल दहल जाता है। विजय पांडेय गुरुवार शाम से ही अस्वस्थ थे। शनिवार-रविवार को तेज बुखार रहा, फिर भी वे ड्यूटी पर गए क्योंकि नोडल अधिकारी बार-बार फोन करके सर्वे पूरा करने का दबाव डाल रहे थे। परिवार ने अधिकारियों को बीमारी की जानकारी दी थी, लेकिन किसी ने राहत देने की जहमत नहीं उठाई। परिजनों का साफ आरोप है कि मानसिक तनाव और लगातार काम के दबाव की वजह से शारीरिक कमजोरी बढ़ी और यह गंभीर हादसा हुआ। अब वे नोडल अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई और पूरी घटना की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।
इस घटना से जुड़ी कुछ और बातें जो सामने आई हैं या जो इस तरह के मामलों में आमतौर पर देखी जाती हैं:
- एसआईआर (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) का काम इस बार काफी व्यापक और दबाव भरा रहा है, कई जगहों से शिक्षक-कर्मचारी लगातार शिकायत कर रहे हैं कि बुखार, बीमारी या पारिवारिक आपातकाल के बावजूद छुट्टी नहीं मिल रही।
- मध्य प्रदेश में पिछले कुछ महीनों में चुनाव ड्यूटी और सर्वे के दौरान कई कर्मचारियों को हार्ट अटैक, ब्रेन हेमरेज जैसी गंभीर समस्याएं हुई हैं; कुछ की तो ड्यूटी के दौरान ही मौत हो गई।
- शिक्षक संगठनों ने बार-बार मांग की है कि स्वास्थ्य आधारित छूट का स्पष्ट प्रावधान हो और नोडल अधिकारी को संवेदनशील बनाया जाए, पर जमीनी स्तर पर अभी भी वही पुराना दबाव वाला सिस्टम चल रहा है।
- रीवा जिले में इस घटना के बाद कुछ शिक्षक संगठनों ने मौन प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपने की बात कही है, ताकि आगे ऐसा न हो।
विजय पांडेय जी जल्दी पूरी तरह स्वस्थ हों, यही कामना है।
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