मध्य प्रदेश की भोपाल पुलिस आजकल हेडलाइंस में है। अभी भोपाल पुलिस द्वारा सॉफ्टवेयर इंजीनियर की डंडे मार-मार कर हत्या का मामला खत्म नहीं हुआ है और आज सुबह खबर आई कि, भोपाल पुलिस की टीम ने दो करोड़ रुपए की चोरी की आरोपियों को गिरफ्तार किया लेकिन थोड़ी देर बाद छोड़ दिया। बयान में कहा है कि कर फरार हो गई क्योंकि हमारी आंख लग गई थी।
पुलिस ने कहा हमारी गलती नहीं है, हम तो समय पर सो गए थे
भोपाल पुलिस की तरफ से मिली स्टोरी के के अनुसार कोहेफिजा पुलिस थाना क्षेत्र में एक वकील की भतीजी ने अपने बॉयफ्रेंड को मालामाल करवाने के लिए, अपने ही चाचा के घर 2 करोड़ की चोरी करवा दी थी। चोर गिरोह में से एक रायबरेली उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। पुलिस उसको गिरफ्तार करने के लिए रायबरेली पहुंची। चोरी की आरोपी को गिरफ्तार किया और ट्रेन में सवार होकर उसे भोपाल ला रहे थे, लेकिन कानपुर रेलवे स्टेशन पर आरोपी हथकड़ी समेत फरार हो गया। पुलिस टीम का कहना है कि, वह लोग सो रहे थे और मौके का फायदा उठाकर चोर फरार हो गया। सुबह जब नींद खुली तब देखा।
चोर फरार हुआ है या छोड़ दिया है
इस बात पर विश्वास ही नहीं किया जा सकता है कि मध्य प्रदेश पुलिस की टीम, उत्तर प्रदेश से किसी को गिरफ्तार करके ले और ऐसी बेहोशी में सो जाए। वह भी तब जब ट्रेन उत्तर प्रदेश की सीमा में चल रही हो। हां यह जरूर हो सकता है कि, मध्य प्रदेश पुलिस की टीम ने, कानपुर में बदमाश को छोड़ दिया और फिर नींद लग जाने का बहाना बनाया। क्योंकि ऐसा करने पर डिपार्टमेंट केवल सस्पेंड करेगा। बाद में बहाली हो जाएगी। जबकि यदि यह साबित हो गया कि पुलिस ने चोर को छोड़ दिया है, तो पुलिस कर्मचारियों को बर्खास्त होना पड़ेगा।
कानपुर से भोपाल तक के सभी स्टेशनों के सीसीटीवी चेक किए जाने चाहिए। पुलिस टीम के आसपास बैठे यात्रियों, TC और अन्य कर्मचारियों के बयान दर्ज किए जाने चाहिए। यदि पुलिस टीम ने कहा है कि, वह कानपुर से पहले सो गए थे, तो यह बात प्रमाणित भी होनी चाहिए।
BF बेरोजगार था इसलिए चाचा के घर चोरी करवाई
गौरतलब है कि 29 सितंबर को कोहेफिजा के ओमनगर क्षेत्र में रहने वाले वकील आनंद पाराशर के घर में चोरी की वारदात हुई थी। अज्ञात बदमाशों ने घर का ताला तोड़कर करीब दो करोड़ रुपये नकद और कीमती सामान पर हाथ साफ कर दिया था। जांच के दौरान पुलिस ने इस चोरी में शामिल कई आरोपितों की पहचान की। इसमें सागर निवासी अंकित तिवारी, रायबरेली के अज्जू उर्फ अजय शाक्य, और देवू उर्फ देवाशीष शर्मा के नाम सामने आए। वकील की भतीजी डॉली और उसके दोस्त रवि विश्वकर्मा को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी। वहीं, देवाशीष शर्मा पहले से ही एक अन्य अड़ीबाजी के मामले में जेल में बंद है। जांच में डॉली ने बताया कि, उसका बॉयफ्रेंड बेरोजगार था। शादी करने से पहले पैसे चाहिए थे। इसलिए चोरी प्लान की।