छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों और सरकार के बीच में आरपार की लड़ाई शुरू हो गई है। इधर सरकार ने हड़ताल कर रहे सभी 16000 कर्मचारियों को बर्खास्त करने के आदेश जारी कर दिए हैं और उधर कर्मचारियों ने जेल भरो आंदोलन का ऐलान कर दिया है।
NHM कर्मचारियों की हड़ताल अब निर्णायक मोड़ पर
छत्तीसगढ़ में एनएचएम (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) कर्मचारियों की हड़ताल अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है। देर रात स्वास्थ्य सचिव अमित कटारिया ने सभी जिलों के सीएमएचओ (मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी) को सख्त निर्देश दिए हैं कि जो भी कर्मचारी हड़ताल खत्म कर काम पर नहीं लौटे हैं, उन्हें गुरुवार यानि आज ही व्यक्तिगत कानूनी आदेश जारी कर बर्खास्त कर दिया जाए। इसके साथ ही सभी जिलों को खाली हुए पदों की सूची तैयार करने और तत्काल भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य सचिव ने साफ कहा है कि भर्ती का कैलेंडर सख्ती से तय होगा और किसी भी हालत में सेवाएं प्रभावित नहीं होने दी जाएंगी।
हड़ताली कर्मचारियों का जेल भरो आंदोलन
सरकार के इस आदेश से हड़ताली कर्मचारियों में खलबली मच गई है। वहीं दूसरी ओर एनएचएम संविदा कर्मचारियों ने सरकार के कड़े रुख का जवाब देने के लिए आज “जेल भरो आंदोलन” का ऐलान किया है। कर्मचारी संगठन का कहना है कि जब तक उनकी नियमितीकरण, वेतनमान और सेवा सुरक्षा जैसी प्रमुख मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
प्रदेशभर में 18 अगस्त से करीब 16 हजार एनएचएम कर्मचारी हड़ताल पर हैं। स्वास्थ्य सचिव के आदेश के बाद स्थिति तनाव पूर्ण हो गई है।