मध्य प्रदेश में भीषण गर्मी के साथ आंधी और ओलावृष्टि का दौर चल रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के वैज्ञानिकों ने 38 जिलों में आंधी और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है। बताया है कि, इन 38 जिलों में 60 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से आंधी आने की संभावना है। यह आंधी कुछ स्थानों पर थोड़े समय के लिए रहेगी परंतु इतनी देर में भी काफी नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए सावधान रहिए।
मध्य प्रदेश मौसम का पूर्वानुमान - इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग के भोपाल केंद्र के अनुसार, रीवा, सतना, छतरपुर, मैहर, मऊगंज, निवाड़ी, सीधी, ग्वालियर, दतिया, विदिशा, सीहोर, खरगौन, बड़वानी, देवास, शिवपुरी, अनुपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, टीकमगढ़, पांढुर्णा, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, अलिराजपुर, धार एवं इंदौर जिलों में कुछ स्थानों पर तेज आंधी के साथ ओलावृष्टि की संभावना है। इसकी अवधि काफी कम रहेगी परंतु आंधी और ओलावृष्टि के दौरान नुकसान होने का खतरा है इसलिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
इतने जिलों के लिए येलो अलर्ट
उपरोक्त के अलावा सिंगरौली, डिंडोरी, भोपाल, रायसेन, राजगढ़, शाजापुर, अगरमालवा, गुना, अशोकनगर, भिंड, मुरैना एवं श्योपुरकलां जिलों में आंधी और बारिश की संभावना है। यहां भी आंधी और बारिश की अवधि कम रहेगी एवं जिलों के कुछ स्थानों पर यह स्थिति देखने को मिलेगी परंतु आंधी के कारण खतरे की स्थिति बन सकती है इसलिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मध्य प्रदेश में मानसून कब तक आएगा
IMD, भोपाल की सीनियर वैज्ञानिक दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया, प्रदेश में वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव है। लोकल सिस्टम स्ट्रॉन्ग रहने की वजह से कई जगहों पर आंधी-बारिश होने का अनुमान है। अर्थात यह जो आंधी बारिश हो रही है, वह मानसून नहीं बल्कि मानसून के विपरीत दिशा से आई तूफानी हवाओं के कारण आसमान में चक्रवात बन जाने और हमारे नदी तलावों के वशीकरण से जो बादल बने हैं उनकी बारिश है।
भारतीय आसमान में मानसून की लास्ट लोकेशन
मानसून की उत्तरी सीमा 20.5°N/60°E, 20.5"N/63°E, 20.5"N/70°E, नवसारी, जलगांव, अमरावती, चंद्रपुर, बीजापुर, सुलना, मलकानगिरी, विजयनगरम, 19.5 से होकर गुजरती रहती है। °N/88'E, 21.5°N/89.5°E, 23°N/89.5°E और इस्लामपुर. अगले 3-4 दिनों के दौरान उप हिमालय पश्चिम बंगाल के शेष हिस्सों और बिहार और झारखंड के कुछ हिस्सों में महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी, गंगीय पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों, के कुछ और हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हैं।
उपरोक्त जानकारी के अनुसार मानसून अभी तक ओडिशा और आंध्र प्रदेश को पार नहीं कर पाया है। मानसून ने महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में प्रवेश नहीं किया है। अतः अगले 3-4 दिनों तक मानसून के मध्य प्रदेश में आने की संभावना नहीं है।
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