विश्वविद्यालय इंदौर पेपर लीक मामले में Idyllic Institute Of Management, Indore की मान्यता रद्द करने की मांग उठी है। पुलिस यूनिवर्सिटी में बताया गया है कि इसी कॉलेज से पेपर लीक हुआ था, जिसके आधार पर अब तक 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। कॉलेज के प्रिंसिपल को भी इंक्वारी के लिए राउंडअप किया जाएगा।
कंप्यूटर ऑपरेटर ने व्हाट्सएप पर पेपर शेयर किया था
पेपर लीक मामले में पुलिस ने सबसे पहले फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट धीरेंद्र नरवरिया को पकड़ा था। उसने बताया कि उसे यह पेपर एक अन्य स्टूडेंट गौरव सिंह गौर ने फॉरवर्ड किया था। जब गौरव से पूछता है इसकी तो पता चला कि कॉलेज के कंप्यूटर ऑपरेटर दीपक सोलंकी ने यह पेपर व्हाट्सएप किया था। पेपर प्रिंसिपल रूम में होते हैं। प्रश्न किया जा रहा है की प्रिंसिपल रूम में रखा हुआ पेपर कंप्यूटर ऑपरेटर के पास तक कैसे पहुंचा। क्या इस मामले में कॉलेज का प्रिंसिपल भी शामिल है। क्या इस मामले में कॉलेज का मैनेजमेंट भी शामिल है।
स्टूडेंट और कंप्यूटर ऑपरेटर की मुलाकात कैसे हुई
छात्र गौरव ने पुलिस पूछताछ में कबूला कि उसे ‘अकाउंटिंग फॉर मैनेजर्स और क्वांटिटिव टेक्निक’ विषय में एटीकेटी आई थी। इससे वह तनाव में था। दो विषयों में फर्स्ट ईयर में बैक होने के बाद उसने कॉलेज के कई बाबुओं और स्टाफ के अन्य लोगों से बात की, तब ऑपरेटर दीपक सोलंकी से संपर्क हुआ।
तेज प्रकाश राणे, पूर्व कार्यपरिषद सदस्य देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी का कहना है कि, कॉलेज की संबद्धता समाप्त की जानी चाहिए। कॉलेज का जो भी स्टाफ इसमें लिप्त है, उन्हें भी गिरफ्तार किया जाना चाहिए। यूनिवर्सिटी के प्रेस विभाग में रोटेशन नियम का पालन भी होना चाहिए।
कंप्यूटर ऑपरेटर का बयान
छात्र गौरव ने आरोपी दीपक से संपर्क किया तो दीपक ने 8 हजार रुपए की मांग की। इस पर उसने 2 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए। दीपक ने बताया कि कॉलेज प्रिंसिपल के कक्ष में सीसीटीवी कैमरे नहीं थे। जिस अलमारी में पेपर के बंडल रखे जाते हैं, उसकी चाबी प्रिंसिपल के ड्रॉवर में ही रहती है। शाम को स्टाफ के जाने के बाद उसने बंडल निकाला और स्केल की मदद से सील उचकाकर पेपर निकाला और फिर वापस रख दिया।
बयान से पैदा हुए सवाल
- प्रिंसिपल के रूम में सीसीटीवी कैमरा क्यों नहीं था, जबकि अनिवार्य है।
- प्रिंसिपल रूम के दरवाजे पर सीसीटीवी कैमरा होना चाहिए ताकि हर आने जाने वाले की रिकॉर्डिंग हो सके।
- कंप्यूटर ऑपरेटर ने पैकेट की सील तोड़ दी थी तो कॉलेज प्रिंसिपल ने कोई एक्शन क्यों नहीं लिया।
- जिस अलमारी में पेपर के बंडल रहे थे उसकी चाबी ओपन ड्रावर में क्यों रखी थी।
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