MP NEWS - कोटा से किडनैप हुई शिवपुरी की लड़की की कहानी संदिग्ध, इंदौर वाले लड़के पर शक

Bhopal Samachar

NEET की कोचिंग के नाम पर शिवपुरी से कोटा राजस्थान गई 22 वर्षीय लड़की काव्य धाकड़ के अपहरण के मामले में, उसकी अपनी कहानी ही संदिग्ध हो गई है। पुलिस को उसका कोई सुराग तो नहीं लगाई परंतु इतना जरूर पता चल गया है कि वह पढ़ाई करने के लिए कोटा नहीं आई। यह भी कंफर्म नहीं है कि वह कोटा में थी या नहीं। 

काव्या धाकड़ की कहानी - फ्लैशबैक संक्षिप्त में

मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले की पहली तहसील के अंतर्गत कस्बा बैराड़ में लॉर्ड लखेश्वर स्कूल के संचालक रघुवीर धाकड़ की छोटी बेटी का नाम काव्या धाकड़ है। काव्या को उसकी मां और भाई कोटा में NEET की कोचिंग के लिए लेकर गए थे। उन्होंने एक कोचिंग में काव्या का एडमिशन करवाया और उसके पास स्थित एक हॉस्टल में काव्या के रहने का इंतजाम किया, फिर वापस आ गए। कुछ दिनों बाद काव्या ने बताया कि उसने कोचिंग सेंटर बदल लिया है, क्योंकि वहां पर पढ़ाई अच्छी नहीं हो रही थी। नए कोचिंग सेंटर का नाम बता दिया। यह भी बताया कि उसने हॉस्टल बदल दिया है और नए कोचिंग के पास में नया हॉस्टल स्थित है। पिता के मोबाइल पर कोचिंग के नाम से नियमित रूप से sms आते थे जिसके कारण पिता यह समझते थे की काव्या कोचिंग में पढ़ाई कर रही है और सब कुछ ठीक चल रहा है। काव्या की मां उससे हर रोज फोन पर बात करती थी। खर्चे के सारे पैसे उसके अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए जाते थे। 

काव्या धाकड़ का अपहरण

सोमवार 18 मार्च 2024 को रघुवीर धाकड़ के व्हाट्सएप पर काव्या के कुछ फोटो आए। काव्या के हाथ पैर बंधे हुए थे। मैसेज भेजने वाले ने बताया कि उसने काव्या का अपहरण कर लिया है। 30 लाख रुपए फिरौती मांगी। रघुवीर धाकड़ ने पुलिस को सूचना दी और पुलिस जांच पड़ताल कर रही है। इस मामले में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा से फोन पर बात की है। लड़की को मुक्त करने के लिए स्पेशल फोर्स की मांग की है।

पुलिस इन्वेस्टिगेशन में काव्या की कहानी

इस मामले की इन्वेस्टीगेशन पुलिस अधीक्षक कोटा अमृता दुहान के मार्गदर्शन में विज्ञान नगर थाने के सीआई सतीश कुमार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जब हमने कोचिंग सेंटर जाकर पता किया तो जानकारी मिली कि, एडमिशन तो दूर की बात है काव्या वहां पर कोर्स की जानकारी लेने भी नहीं आई थी। क्योंकि हर आने वाले स्टूडेंट का पूरा रिकॉर्ड होता है। कोचिंग का रजिस्टर चेक किया गया। कहीं पर कोई ओवरराइटिंग नहीं थी। फिर पुलिस हॉस्टल पहुंची तो पता चला की काव्या ने हॉस्टल में भी एडमिशन नहीं लिया था। अब पुलिस के सामने बड़ा सवाल यह है कि काव्या किसी कोचिंग में पढ़ रही थी और कहां पर रह रही थी। पुलिस को यह भी पता नहीं है कि काव्या का अपहरण कहां से हुआ है। पुलिस यह जानने की भी कोशिश कर रही है कि काव्या कोटा में ही थी या कहीं किसी दूसरे शहर में थी। 

पिता ने कहा इंदौर वाला रिंकू धाकड जिम्मेदार

पिता रघुवीर धाकड़ का कहना है कि NEET तैयारी करने के लिए काव्या पहले इंदौर गई थी। इंदौर में रिंकू धाकड से उसकी मुलाकात हो गई थी। रिंकू धाकड पोहरी अनुविभाग क्षेत्र के जरियाखेड़ा गांव का रहने वाला है। रिंकू उसे परेशान कर रहा था। इसके अलावा अनुराग सोनी और हर्षित नाम का एक लड़का भी उसके मोबाइल पर फोन करते थे और उसे परेशान करते थे। इसी परेशानी के चलते हमने उसे इंदौर से शिवपुरी वापस बुला लिया था। पिता ने बताया कि लड़की का पीछे छोड़ने के बदले में उपरोक्त लड़कों ने 19000 रुपए मांगे थे। पिता का आरोप है कि इस बार भी उन्हीं लड़कों ने काव्या को किडनैप किया है। 

कोटा पुलिस हर इनफॉरमेशन पर काम कर रही है, पुलिस अधीक्षक ने काव्या का पता बताने वाले को ₹20000 इनाम देने की घोषणा की है परंतु एक सवाल लगातार उसे परेशान कर रहा है कि काव्या ने अपनी मां से झूठ क्यों बोला, क्या वह कोटा में किसी दूसरी जगह पर रह रही थी या फिर वह किसी दूसरे शहर में शिफ्ट हो गई थी। सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या सचमुच काव्या का अपहरण हुआ है या फिर पेरेंट्स से पैसे निकालने के लिए कोई कहानी है। 

Latest update - 20 March 2024 


जयपुर के एक सीसीटीवी कैमरा में लड़की को देखा गया है। काव्या जयपुर के दुर्गापुरा रेलवे स्टेशन से दो लड़कों के साथ बाहर जाते हुए देखी गई है। युवती की एक फुटेज अहिंसा सर्किल (जयपुर) पर भी मिला है। यहां भी वह दो युवकों के साथ दिख रही है।

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