Madhya Pradesh Public Service Commission Indore अब राजनीति का अखाड़ा बन गया है। मध्य प्रदेश शासन के लिए राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की भर्ती परीक्षा आयोजित करने वाला मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग, अपने ही उम्मीदवारों के साथ लुका छुपी खेल रहा है। ना तो अभ्यर्थियों की प्रॉब्लम सॉल्व की जा रही है और ना ही उन्हें कन्वेंस किया जा रहा है। नतीजा आज सोमवार को दूसरी बार मुख्य परीक्षा के लिए आयोग के दरवाजे पर जबरदस्त प्रदर्शन देखा गया।
रिजल्ट के बाद अगली परीक्षा के बीच में 45 दिन का समय चाहिए
सोमवार को दोपहर में काफी संख्या में उम्मीदवार आयोग के ऑफिस पहुंचे। प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों ने तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। प्रकाश भगत ने बताया कि 2023 की प्री परीक्षा के परिणाम आए हैं। अब हमें मुख्य परीक्षा के लिए सिर्फ 45 दिन का समय दिया जा रहा है। इसके पहले 2019, 2020, 2021 और 2022 की परीक्षा में छह से आठ महीने का समय दिया गया था। आयोग के अधिकारियों को खुद समझना चाहिए कि क्या 45 दिन में तैयारी संभव है। हम इतने कम समय में कैसे तैयारी करें। हमें कम से कम तीन महीने का समय तो दिया जाना चाहिए।
मुख्य परीक्षा की आंसर शीट भी दिखाई जाए
सरिता शर्मा ने कहा कि इतने कम समय में स्टूडेंट्स अपना सिलेबस पूरा नहीं कर पाएंगे। कई स्टूडेंट्स का इस बार आखिरी अटैम्ट है और इसके बाद वे दायरे से बाहर हो जाएंगे। प्रदर्शनकारी उम्मीदवारों ने कहा कि, 2018 तक मुख्य परीक्षा की कॉपियां दिखाईं जाती थी। बाद में उन्हें स्टूडेंट्स को दिखना बंद कर दिया गया। प्रशासन को हमारी समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए। हमारी मांगे जब तक पूरी नहीं की जाएंगी हम इसी तरह से विरोध करते रहेंगे।
रात हो गई लेकिन प्रदर्शनकारी वापस जाने को तैयार नहीं
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग इंदौर के दरवाजे पर यह प्रदर्शन दोपहर से शुरू हुआ था। रात हो गई है। अंधेरा हो गया परंतु प्रदर्शनकारी वापस जाने को तैयार नहीं है। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती वह यहां से नहीं हटेंगे।
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— pravendra raghuwanshi (@RaghuPravendra) February 5, 2024
Aayog ke samne students ka shantipoorna dharna pradarshan@sanjaygupta1304 @TheLallantop @ravishndtv @MPTakOfficial @DrMohanYadav51 pic.twitter.com/DmqRUNAo4r