भारत मौसम विज्ञान विभाग के वैज्ञानिकों से मिली जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश के आसमान में बादलों की दो रैली दिखाई दे रही है। पहली- छत्तीसगढ़ राज्य के आसमान में साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण ईस्ट मध्य प्रदेश में और दूसरी तमिलनाडु से मध्य प्रदेश के साउथ ईस्ट तक दिखाई दे रही है। यह केवल 1 किलोमीटर की ऊंचाई पर है। इनके कारण मध्य प्रदेश के 15 जिलों में बारिश होने अथवा हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना है। इस डिस्टरबेंस के जाने के बाद मौसम और ज्यादा खराब होगा।
मध्य प्रदेश मौसम का पूर्वानुमान - 24 फरवरी से अगला वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो जाएगा
मौसम केंद्र भोपाल के अनुसार वर्तमान में अपडेटेड पश्चिमी विक्षोभ मध्य क्षोभमंडल की पछुआ पवनों के बीच एक ट्रफ के रूप में 70 डिग्री पूर्व देशांतर के सहारे 32 डिग्री उत्तर अक्षांश के उत्तर में अवस्थित है, जबकि चक्रवातीय परिसंचरण उत्तरी छत्तीसगढ़ के ऊपर माध्य समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर की ऊंचाई पर सक्रिय है जो पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश में नमी ला रहा है। वहीं दक्षिण-पूर्वी मध्य प्रदेश से तमिलनाडु तक फैली ट्रफ लाइन माध्य समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर की ऊंचाई पर विस्तृत है। 24 फरवरी की रात्रि से अगले पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना बनी हुई है। यानी 24 फरवरी के बाद मौसम और ज्यादा बिगड़ेगा।
मध्य प्रदेश के इन जिलों में बारिश की संभावना
फिलहाल आसमान में जिस प्रकार के बादल छाए हुए हैं, उसके अनुसार रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, भिंड, मुरैना, श्योपुर, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, गुना, शिवपुरी, ग्वालियर और दतिया जिलों में कुछ स्थानों पर बारिश अथवा बादलों की गड़गड़ाहट के साथ हल्की बौछारें गिर सकती हैं।
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