मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में इस बार वैसी बारिश नहीं हो रही है जैसी हमेशा होती थी। आसमान पर बादल छाए हुए हैं परंतु बरस नहीं रहे हैं। हल्की-फुल्की रिमझिम होती है या कभी थोड़ी देर के लिए तेज बारिश हो जाती है। सावन की झड़ी अब तक नहीं लगी।
भोपाल मौसम का पूर्वानुमान
इस मामले में मौसम केंद्र के इंचार्ज डायरेक्टर वेद प्रकाश सिंह का एक बयान सामने आया है। सरल हिंदी में उसका अर्थ यह है कि बारिश वाले बादलों ने अपना रास्ता बदल लिया है। भोपाल के आसमान पर जो बादल छाए हुए हैं, वह आसमान में किसी कारण अपने दल से अलग हो गए और हवाओं के साथ बहते हुए भोपाल तक आ रहे हैं। इन बादलों में ना तो पर्याप्त पानी है और ना ही यह बादल किसी एक स्थान पर रुक कर बारिश करने वाले हैं। वेद प्रकाश जी का कहना है कि जब तक मानसून ट्रफ लाइन, भारत के पश्चिमी इलाके में नहीं आएगी तब तक भोपाल में सावन की झड़ी मुश्किल है।
पढ़िए, भोपाल के समय कितना मानसून आया
मानसून की धीमी रफ्तार के बावजूद भोपाल में सीजन की बारिश की आधी जरूरत पूरी हो गई। शनिवार सुबह 8:30 बजे तक भोपाल में 20.79 इंच बारिश हो चुकी है। यह अब तक की सामान्य बारिश से 10% कम है। सीजन की सामान्य बारिश लगभग 40 इंच है। भोपाल में 6 जुलाई तक जितनी बारिश हुई है, पिछले साल अब तक इससे करीब दोगुनी बारिश 38.84 इंच हो चुकी थी।
भोपाल से रूठे इंद्रदेव
- बुधवार को नर्मदापुरम में 1 इंच पानी बरसा जबकि भोपाल में सिर्फ 9.6 मिमी बारिश हुई।
- गुरुवार को रायसेन और नर्मदापुरम में 2 इंच बारिश हुई थी। भोपाल में आधा इंच से थोड़ी ज्यादा बारिश हुई।
- शुक्रवार को भी यही स्थिति रही। आसपास बारिश हुई लेकिन भोपाल में पानी नहीं गिरा।
- शनिवार को दिनभर बादल छाए रहे, लेकिन बारिश नहीं हुई।
✔ पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार पढ़ने के लिए कृपया यहां क्लिक कीजिए। ✔ इसी प्रकार की जानकारियों और समाचार के लिए कृपया यहां क्लिक करके हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। ✔ यहां क्लिक करके हमारा टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें। ✔ यहां क्लिक करके व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन कर सकते हैं। क्योंकि भोपाल समाचार के टेलीग्राम चैनल - व्हाट्सएप ग्रुप पर कुछ स्पेशल भी होता है।