MP NEWS- राधेश्याम जुलानिया के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज, लोकायुक्त जांच शुरू

भोपाल
। मध्यप्रदेश में ईमानदारी का बेंचमार्क कर रहे भारतीय प्रशासनिक सेवा के रिटायर्ड अधिकारी श्री राधेश्याम जुलानिया के खिलाफ लोकायुक्त कार्यालय मध्य प्रदेश द्वारा प्रकरण क्रमांक 0094/ई/22 किया गया।

आइएएस राधेश्याम जुलानिया पर जल संसाधन विभाग (Department of Water Resources) एक उप-ठेकेदार फर्म अर्नी इंफ्रा से उनके बैंक खाते में 99.50 लाख रुपए जमा करने समेत अन्य आरोप लगे हैं। भोपाल के शिकायतकर्ता नेमीचंद जैन (Nemichand Jain) ने मांग की थी कि लोकायुक्त को दस्तावेज उपलब्ध कराकर जुलानिया और अन्य को आरोपित बनाया जाए। लोकायुक्त कार्यालय की ओर से श्री अवधेश कुमार गुप्ता विधि सलाहकार-3 द्वारा शिकायतकर्ता श्री नेमीचंद्र जैन को मामला दर्ज किए जाने की आधिकारिक सूचना दी गई है।

अगस्त 2022 में की गई शिकायत में शिकायतकर्ता ने कहा है कि जिस मकान में जुलानिया फिलहाल रह रहे हैं, उसका प्लॉट खरीदने में अर्नी इंफ्रा ने मदद की थी। 

जैन ने कहा कि सरकार ने 22 अगस्त 2016 को आरएस जुलानिया को जल संसाधन विभाग से हटाकर आइएएस पंकज अग्रवाल को पदस्थापित किया। श्री अग्रवाल ने मेंटाना कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर दिया था।  इसके बाद सरकार ने पंकज अग्रवाल (Pankaj Aggarwal) को हटाकर राधेश्याम जुलानिया को दोबारा पदस्थापित किया और कार्यभार संभालते ही मेंटाना को ब्लैक लिस्ट से हटा कर फिर से काम सौंप दिया। 

जैन ने अपनी शिकायत में लिखा है कि इडी (प्रवर्तन निदेशालय) की टीम ने मेंटाना के श्रीनिवास राजू और अरनी इंफ्रा के मालिक आदित्य त्रिपाठी को जनवरी 2021 में गिरफ्तार किया था। ईडी ने बताया था कि आदित्य त्रिपाठी (Aaditya Tripathi) मेंटाना के लिए काम करता था जबकि त्रिपाठी ई-टेंडर में टेम्परिंग लगाने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को पैसे ट्रांसफर करता था।

इस पर राधेश्याम जुलानिया, सेवानिवृत्त आइएएस का कहना है कि शिकायत झूठ का पुलिंदा है। लोकायुक्त जब मुझसे सवाल करेगा तो मैं जवाब दूंगा। वहीं शिकायतकर्ता नेमीचंद जैन का कहना है कि मैंने जुलानिया के खिलाफ शिकायत कर लोकायुक्त को इससे अवगत करवाया है। ठेका कंपनी को जुलानिया ने अनुचित लाभ दिया है।

मेंटाना की कंपनी में जॉब करती थी जुलानिया की बेटी
शिकायतकर्ता ने बताया कि जुलानिया जल संसाधन विभाग में लंबे समय तक पदस्थ रहे। मेंटाना वहां ठेकेदार फर्म थी, उसी समय जुलानिया की बेटी लवण्या जुलानिया हैदराबाद में मेंटाना की ही एक कंपनी में जॉब कर रही थीं। इसकी सूचना जुलानिया ने राज्य सरकार को नहीं दी थी। यह भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के आदर्श आचरण के खिलाफ है। 

आरएस जुलानिया ने 1 करोड़ रुपए विदेश भेजे थे
शिकायतकर्ता ने राधेश्याम जुलानिया पर विदेश में बेटे अभिमन्यु को एक करोड़ रुपए भेजने का आरोप लगाते हुए इसकी भी जांच कराने की मांग की। इस संबंध में तत्कालीन IAS रमेश थेटे ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।

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