मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह को आरोप पत्र बनाना नहीं आता। प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने पूर्व विधायक पारस सकलेचा को उनकी मदद करने के लिए कहा है। उल्लेख करना अनिवार्य है कि राजनीति में जिस विधायक को आरोप पत्र बनाना नहीं आता, उसे विपक्ष का प्रभावशाली नेता नहीं माना जाता।
डॉक्टर गोविंद सिंह छठवीं बार विधायक बने हैं। शिवराज सिंह चौहान सरकार में कद्दावर मंत्री भी रहे हैं। पार्टी संगठन और संसदीय जीवन का अच्छा खासा अनुभव है। इनके प्रत्येक कार्यकाल में सरकार के खिलाफ आरोप पत्र प्रस्तुत किए गए। पिछले 15 साल से कांग्रेस पार्टी मध्यप्रदेश में विपक्ष का दल है। कांग्रेस ने भी हर बार आरोप पत्र प्रस्तुत किया। सीनियर विधायक होने के नाते डॉक्टर गोविंद सिंह को आरोप पत्र की बारीकियों की जानकारी होनी चाहिए।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी ने तय किया है कि आने वाले विधानसभा सत्र में शिवराज सिंह चौहान सरकार के खिलाफ आरोप पत्र प्रस्तुत किया जाएगा। बड़ा सवाल ये था कि आरोप पत्र कौन बनाएगा। नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह की योग्यता सामने आने के बाद कमलनाथ ने पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल को आरोप पत्र बनाने के लिए कहा परंतु उन्होंने स्पष्ट इंकार कर दिया। बात सही भी है, नेता प्रतिपक्ष का काम नेता प्रतिपक्ष को करना चाहिए।