भोपाल। मध्य प्रदेश में पिछले 3 दिनों से लगातार बारिश के कारण नर्मदा सहित कई नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। नदियों में बाढ़ आ जाने के कारण आसपास के इलाकों में पानी भर गया है। कई इलाके पूरी तरह से डूब गए हैं। घरों की सिर्फ छत दिखाई दे रही है।
देवास के नेमावर में नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ा, खतरे के निशान 885 फीट से 6 फीट ऊपर यानी 891 फीट पर बह रही है। इसके कारण प्रशासन ने नदी के आसपास वाली बस्तियों को खाली करवा दिया है। नर्मदापुरम में नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। सुखतवा पुल पर पानी आने से भोपाल-नागपुर हाईवे करीब 24 घंटे से बंद है।
सागर जिले में सुनार और धसान नदी उफान पर है। राहतगढ़, खुरई के प्रमुख मार्ग बंद रहे। सागर-विदिशा मार्ग पर बावना नदी दिनभर चढ़ी रही। अशोक नगर में नदी की बाढ़ में डूबने से सरपंच बृजेंद्र सिंह रघुवंशी की मृत्यु हो गई। बृजेंद्र सिंह रघुवंशी अशोकनगर की वही किसान हैं जिन्होंने सीएम राइज स्कूल के लिए अपनी 4 बीघा जमीन दान कर दी थी। गांव वालों ने इन्हें सरपंच पद के लिए प्रत्याशी घोषित किया था।
राजगढ़ में नेवज नदी उफान पर है। पुराने बस स्टैंड के आसपास की करीब 100 दुकानें और गुमटियां डूब चुकी हैं। पुलिस ने नेवज नदी के पास की दुकान और घरों को खाली करवा दिया है।
विदिशा में बेतवा नदी में बाढ़ आ गई है। भोपाल के केरवा और कलियासोत, विदिशा के सगड़ एवं अशोकनगर के राजघाट बांध का पूरा पानी बेतवा नदी में आ रहा है। हालात बेहद गंभीर है। कलेक्टर ने वायु सेना से मदद की अपील की थी। सोमवार से ही नागरिकों को लगातार रेस्क्यू किया जा रहा है। विदिशा जिले के गंजबासौदा के समदपुर गांव और त्योंदा के हथवास गांव के लोग बाढ़ के पानी में घिर गए है। जिसके बाद प्रशासन ने यहां के करीब 100 लोगों को एयर लिफ्ट करने के लिए हेलिकॉप्टर की मांग की।
शाजापुर में भारी बारिश से पार्वती नदी उफान पर हैं। कालापीपल में पार्वती नदी पर बने पुल से 4 फीट ऊपर पानी बह रहा है। कालापीपल का संपर्क भोपाल-सीहोर से कट गया है।
भोपाल में हलाली नदी उफान पर है, जिससे भोपाल-बैरसिया मार्ग बंद हो गया। श्योपुर में पार्वती नदी में भयंकर बाढ़ आई हुई है। खतरे के निशान से ढाई मीटर ऊपर बह रही है।