दुनिया भर में ज्यादातर देशों की अपनी संस्कृति होती है और भारत में ज्यादातर राज्यों की एक निर्धारित संस्कृति होती है। दक्षिण में तो कुछ राज्यों में संस्कृति और भाषा के कारण संघर्ष हो जाता है लेकिन मध्य प्रदेश, भारत का एकमात्र ऐसा राज्य है जिसमें सर्वाधिक सांस्कृतिक क्षेत्र शामिल हैं और सबसे बड़ी बात यह है कि किसी भी दो संस्कृतियों के बीच कोई संघर्ष नहीं है।
मध्य प्रदेश के 6 सांस्कृतिक क्षेत्रों के नाम
- निमाड़
- मालवा
- बुन्देलखण्ड
- बघेलखण्ड
- महाकौशल
- ग्वालियर-चंबल
प्रत्येक सांस्कृतिक क्षेत्र या भू-भाग का एक अलग जीवंत लोकजीवन, साहित्य, संस्कृति, इतिहास, कला, बोली और परिवेश है। मध्यप्रदेश में उपरोक्त 6 सांस्कृतिक क्षेत्रों के अलावा धार-झाबुआ, मंडला-बालाघाट, छिन्दवाड़ा, होशंगाबाद्, खण्डवा-बुरहानपुर, बैतूल, रीवा-सीधी, शहडोल आदि जनजातीय क्षेत्रों में विभक्त है।