चांदी की बिक्री साल भर होती है लेकिन चांदी के सिक्कों की बिक्री दीपावली के अवसर पर कई गुना बढ़ जाती है। बाजार में भीड़ होती है और जालसाज मौके का फायदा उठाते हैं। वह बाजार से कम दाम में नकली चांदी के सिक्के बड़ी आसानी से बेच देते हैं। असली और नकली चांदी में फर्क करना काफी मुश्किल है।
बड़े बुजुर्ग कहते हैं कि यदि पत्थर पर चांदी के सिक्के को पटका जाए तो उसकी आवाज खनकती है, यदि वह चांदी नहीं है तो उसकी आवाज में खनक नहीं होगी। वर्तमान समय में बड़ी समस्या यह है कि जिस बाजार में सोने चांदी के सिक्कों की बिक्री होती है, अक्सर वहां पत्थर नहीं होते। सर्राफा की ज्यादातर दुकानों में टाइल्स लगे होते हैं। इसलिए पुरानी और विश्वसनीय दुकान एवं हॉल मार्क की एकमात्र विश्वास का कारण हो सकता है।
दीपावली पर सर्राफा बाजार में क्या-क्या नया मिल रहा है
महिलाओं को कुंदन की अनोखी ज्वेलरी खूब पसंद आ रही है। कारोबारी महावीर सोनी ने बताया कि इस बार बाजार में एंटिक गोल्ड और सिल्वर की ज्वेलरी, कलश और पायल भी बाजार में आए हैं। यह काफी आकर्षक और सुंदर भी है। एंटिक फिनिश के साथ मॉडर्न टच के गोल्ड ज्वेलरी महिलाओं को खासे लुभा रहे हैं। लेटेस्ट फैशन एवं स्टाइल को पसंद करने वाली महिलाओं को ध्यान में रखकर कलेक्शन उत्साह में गला और कान के सेट के अलावा चूड़ी व फिगर रिग आदि को शामिल किया गया है।
लक्ष्मी गणेश वाले एवं विक्टोरिया व जॉर्ज पंचम वाले चांदी के सिक्के की कीमत
सुनील सर्राफ ने बताया कि सिक्के दिल्ली, राजकोट और मुंबई आते हैं। दीपावली एवं धनतेरस को लेकर बाजार में 05, 10 एवं 50 ग्राम के सिक्के हैं। सिक्के की पहचान हालमार्क से की जाती है। यह ग्राहकों के लिए भी काफी सुरक्षित है। वैसे सिक्के जिसमें लक्ष्मी-गणेश की तस्वीर बनी हो। इसकी कीमत 850 रुपये 11.664 मिली ग्राम है। वहीं इतने ही वजन में पुराना विक्टोरिया व जार्ज पंचम की तस्वीर वाले सिक्के 950 रुपये बिक रहा है।
महिलाओं को पसंद आ रहा पुरानी कुंदन ज्वेलरी
लुप्त हुए पारंपरिक कुंदन ज्वेलरी की मांग इन दिनों बढ़ी है, इसमें गले का हार, टॉप्स व झुमका आदि हैं। यह महिलाओं को खूब पंसद आ रहा है। बाजार में सोने की गिन्नी भी है। धनतेरस के दिन गिन्नी खरीद कर रखना शुभ माना जाता है।