भोपाल। कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया ने बताया कि जरी-ज़रदोजी़ और जूट के शिल्प को एक नये स्वरूप व कलेवर में आम नागरिकों तक पहुँचाने और नई पीढ़ी को हस्तशिल्प कला से रूबरू कराने के लिए जिला प्रशासन द्वारा सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं। इसी कड़ी में कारीगरों के परिश्रम एवं हुनर को नया प्लेटफार्म देने एवं जिले को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्थापना दिवस के अवसर पर नगर निगम कम्यूनिटी हॉल, 10 नम्बर मार्केट अरेरा कॉलोनी में जरी-ज़रदोजी़ और जूट शिल्प के बाजार का शुभारंभ किया जा रहा है।
एक जिला एक उत्पाद योजना के अंतर्गत जिला प्रशासन द्वारा भोपाल जिले के जरी-जरदौजी और जूट के उत्पाद की ब्रांडिंग की जा रही है। 'राग-भोपाली' भोपाल जिले के जरी-ज़रदोजी़ और जूट सेक्टर के कारीगरों की मेहनत का आईना बनने जा रहा है। भोपाल जिले में स्व-सहायता समूह की दीदियों के बनाये गये बेहतरीन उत्पादों का यह केन्द्र Show Case बनेगा, जिससे स्व - सहायता समूह की दीदियां शासन के संरक्षण तथा मार्गदर्शन में अपने कौशल का प्रदर्शन करेगीं और अपनी आजीविका को सम्मान के साथ समाज के समक्ष प्रस्तुत कर सकेगीं।
कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया ने भोपालवासियों को इस पुनीत आंदोलन का हिस्सा बनने की अपील की और कहा कि जब हमारी दीदियां आग बढ़ रही है तो हम पीछे कैसे रह सकते हैं। सभी भोपालवासी उनके उत्पादों को देखें, सराहें, खरीदी करें और उनके सपनों को साकार करें, तभी हमारा भोपाल, देश का दिल बनकर धड़केगा।
जिला पंचायत के सीईओ श्री विकास मिश्रा ने बताया कि कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन द्वारा भोपाल जिले की विलुप्त होती जा रही जरी- जरदौजी और जूट की कला एवं हस्तशिल्प को सहेजा और संरक्षित करने का बीड़ा उठाया है । उन्होंने बताया कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज्य के सपने से प्रेरित यह विचार कि हमारे गांव - शहर में रोजगार के अवसर बढ़े , उत्पाद भौगोलिक सीमाओं को पीछे छोड़ते हुए अपनी गुणवत्ता की मैरिट पर बाजार में सम्मान पायें , यही “ राग - भोपाली ” की अवधारणा है।
सीईओ श्री मिश्रा ने बताया कि जिला पंचायत द्वारा स्व - सहायता समूह की दीदियों को उत्पाद उपलब्ध कराये जा रहे हैं और उससे होने वाला लाभ स्व - सहायता समूह की दीदियों को प्राप्त होगा , जिससे वह आत्मनिर्भर बनेगी । कलेक्टर श्री लवानिया नेतृत्व में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भी इन उत्पादों की मार्केटिंग करने के भी प्रयास किये जा रहे हैं।