गर्मी के मौसम में ठंडा पानी अच्छा है या गुनगुना पानी, रिसर्च रिपोर्ट पढ़िए - drinking water in summer

भारतीय संस्कृति में शीतल जल कब फ्रिज का ठंडा पानी बन गया पता ही नहीं चला। गर्मी के मौसम में सभी चिल्ड वाटर पीना पसंद करते हैं लेकिन एक सवाल हमेशा खड़ा होता है कि गर्मी के मौसम में शरीर के लिए फ्रिज का ठंडा पानी अच्छा है या फिर तांबे के बर्तन का पानी, टंकी का पानी, मटके का पानी, आरो मशीन से निकला पानी या इस प्रकार का कोई दूसरा पानी। 

इन तमाम सवालों का जवाब जर्नल फ्रंटियर इन साइकोलॉजी में मिल गया है। एक रिसर्च रिपोर्ट प्रकाशित हुई है जिसने गर्मी के मौसम में पेयजल के बारे में सारी स्थिति स्पष्ट कर दी है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि डिहाइड्रेशन मानव शरीर के लिए बहुत घातक है। यदि किसी मनुष्य का शरीर मात्र 15 मिनट के लिए डिहाइड्रेट हो जाता है तो उसके सोचने समझने की शक्ति में परिवर्तन आ जाता है, इसलिए पानी शरीर के लिए बहुत जरूरी है।

स्वस्थ महिला एवं पुरुष को रोज कितना पानी पीना चाहिए

नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक, एक युवा महिला को 2.69 लीटर और पुरुष को 3.69 लीटर पानी रोजाना पीना चाहिए। ठंडे पानी की तुलना में गुनगुना पानी शरीर को ज्यादा हाइड्रेट रखता है। इसका कारण यह है कि शरीर इसे तेजी से एब्जॉर्ब करता है।

समझिए शरीर में पानी की कमी के दो संकेत

शरीर में पानी की कमी जानने का सबसे पुराना तरीका यूरीन के रंग में बदलाव है, लेकिन इसके अलावा भी दो संकेत हैं जो डिहाइड्रेशन की जानकारी देते हैं।

पानी की कमी का संकेत: बार-बार मीठा खाने का मन करना

पानी की कमी होने पर लिवर ग्लाइकोजन (स्टोर की हुई शुगर) रिलीज नहीं कर पाता है। ऐसे में व्यक्ति को मीठा खाने की इच्छा होती है क्योंकि शरीर ऊर्जा के लिए ग्लूकोज रिलीज नहीं कर पाता।

शरीर में पानी की कमी का पता कैसे लगाएं

इस टेस्ट को करने के लिए दो उंगलियों से हाथ के पीछे की त्वचा को खींच कर छोड़ दें। अगर त्वचा को सामान्य होने में कुछ सेकंड से ज्यादा समय लगे तो यह पानी की कमी हो सकती है। 

पानी की कमी होने का शरीर पर असर

लगातार पानी की कमी से यूरीनरी ट्रैक्ट में संक्रमण, किडनी में स्टोन और किडनी फेल होने का खतरा रहता है।
डिहाइड्रेशन के कारण ब्लड प्रेशर में कमी और रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है, इसमें इंसान की जान तक जा सकती है।

पानी पीने के 5 बड़े फायदे

शरीर का तापमान कंट्रोल में रहता है।
कब्ज और पेट के रोगों का खतरा कम।
वजन घटाने में मदद करता है।
एनर्जी और स्किन की चमक को बढ़ाता है।
थकान मिटाकर मूड बेहतर बनाता है।

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !