श्रीमती शैलबाला शर्मा। यह तो हम सभी जानते हैं कि हमारी किचन में साइंस का उपयोग होता है। चाहे दूध को उबालना हो, चाहे दूध से दही जमाना हो, चाहे अचार- मुरब्बा डालना हो, चाहे रोटी को फुलाना हो, चाहे दही से मक्खन निकालना है, विज्ञान किसी ना किसी रूप में हमारे सामने आ ही जाता है।
विज्ञान की तीनों शाखाएं मतलब जीवविज्ञान ( Biology), रसायन विज्ञान (chemistry) और भौतिक विज्ञान (physics) हमारी किचन में ही रहती हैं परंतु हमें पता नहीं होता। यहां तक कि इनकी भी शाखाएं जैसे- एप्लाइड केमिस्ट्री, माइक्रोबायोलॉजी भी हमारी किचन में पाई जाती है। परंतु आज हम बात करेंगे कि हमारी किचन में फिजिक्स कहां पर यूज़ होती है। तो आज हम बात करेंगे रोजमर्रा की जिंदगी में काम आने वाले चाकू मतलब नाइफ की।
🤪 क्योंकि वाइफ के सबसे ज्यादा काम नाइफ ही आता है |😊
हमारी किचन में रोज़ काम आने वाला चाकू एक प्रकार की सिंपल मशीन या वेज (simple machine or wedge) है, जिसका उपयोग किसी वस्तु या सब्जी को
कई भागों में विभाजित करने के लिए किया जाता है। इसी तरीके की और मशीन जैसे - चिमटा, कैंची आदि का इस्तेमाल भी हम अपनी किचन में लगभग रोज ही करते हैं।
रसोई घर में चाकू कैसे काम करता है: फिजिक्स का सवाल
जब हम चाकू से किसी चीज को काटते हैं तो हम एक हिस्से पर बल (Force) लगाते हैं जिससे कि दूसरे हिस्से पर दाब (pressure) लगता है परंतु अब सवाल यह कि बल और दाब क्या होता है?
बल का अर्थ है, जब कोई वस्तु रुकी अवस्था में है और हम उसे गति की अवस्था में ले आएं।
जबकि दाब का अर्थ है, किसी सतह के इकाई क्षेत्रफल पर लगने वाला बल, दाब कहलाता है।
चूँकि चाकू का सिरा नुकीला (तीक्ष्ण, sharp) होता है, जिसके कारण चाकू का क्षेत्रफल कम होता है और इसी कारण जब हम कम बल लगाते हैं तो भी दूसरे सिरे पर दाब अधिक लगता है।
मतलब अगर साधारण सी भाषा में कहें तो चाकू को इस प्रकार डिजाइन किया गया है कि हमें मेहनत कम करनी पड़े और हमारा काम आसानी से हो जाए। इसी कारण सब्जी काटने वाले चाकू तीक्ष्ण होते हैं।
सब्जी काटने वाला चाकू नुकीला क्या होता है
उत्तर: चाकू के तीक्ष्ण यानी नुकीले होने पर उसका सम्पर्क क्षेत्रफल कम हो जाता है जिसके परिणामस्वरूप कम बल लगाने पर अधिक दाब आरोपित होता है एवं सब्ज़ी आसानी से कट जाती है।