संकट मोचन हनुमान का नाम तो नाम तो सभी ने सुना है परंतु क्या आपने संकट मोचन हार्मोन का नाम सुना है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि आपके शरीर की एक ग्रंथि में यह हार्मोन स्टोर होता है। जब आप संकट की स्थिति में होते हैं तब उस ग्रंथि में से यह विशेष प्रकार का हार्मोन निकलने लगता है और इसी हार्मोन के कारण आप उस संकट की स्थिति से बाहर निकल पाते हैं। कई बार आपने देखा होगा कुछ बच्चे सामने आई चुनौती को टाइम लिमिट में पूरा कर देते हैं जबकि कुछ बच्चे कभी नहीं कर पाते। दोनों में इसी हार्मोन का अंतर होता है। जिसके शरीर में इस हार्मोन का संतुलन होता है वही चुनौतियों को स्वीकार करता है और उन पर विजय प्राप्त करता है।
संकटमोचक हार्मोन का सही नाम क्या है और शरीर में कहां मिलता है
इसे English में Flight / Fright / Fight यानी भगो / डरो/ लड़ो कहा जाता है। यह हार्मोन हमारी वृक्क या किडनी (Kidney) के ऊपर स्थित दो छोटी सी ग्रंथियों जिनका नाम अधिवृक्क ग्रंथि (Adrenal gland) है , द्वारा स्रावित किया जाता है। इस हार्मोन का नाम एड्रीनेलीन हार्मोन (Adrenelin Harmone) है।
चूँकि हर विषय की अपनी एक शब्दावली (टर्मिनोलॉजी) होती है और यदि हमें टर्मिनोलॉजी समझ में आ जाए तो सब कुछ समझ में आ जाता है। इसी प्रकार जीव विज्ञान की भी अपनी एक टर्मिनोलॉजी है। तो आज हम यहां आपको Renal , Adrenal, Adrenaline शब्दों के अर्थ समझा रहे हैं।
चूंकि किडनी को रीनल (Renal) भी कहा जाता है और किडनी के ऊपर स्थित होने के कारण ही इस ग्रंथि को Adrenal gland कहा जाता है और इससे निकलने वाले हार्मोन को एड्रीनेलीन कहा जाता है।
आइए जानते हैं एड्रेनालाईन हार्मोन काम कैसे करता है
जैसे ही हमारे सामने कोई डेडलाइन आ जाती है या हमारे Exam आ जाते हैं या कोई भी महत्वपूर्ण काम आ जाता है और हमें उसे समय से पूरा करना होता है। तो उस समय हमारे मस्तिष्क में स्थित पीयूष ग्रंथि (पिट्यूटरी ग्लैंड ,मास्टर ग्लैंड) adrenal gland को एड्रीनेलीन हार्मोन अधिक मात्रा में स्रावित (Secret) करने के लिए आदेश देती हैं। जिसके कारण हमारी काम करने की क्षमता कुछ समय के लिए अचानक बढ़ जाती है और हम तेजी से काम करने लगते हैं।
आपातकाल की स्थिति में भी ऐसा ही होता है। यदि हम किसी गहरे गड्ढे में गिर जाए और किसी भी प्रकार की सहायता उपलब्ध ना हो। प्रश्न जीवन और मृत्यु का उपस्थित हो जाए तो हमारी शक्ति अपने आप बढ़ जाती है। किसी हमले के समय जब हम जवाबी हमला देते हैं तो हमारी ताकत बढ़ जाती है। किसी भी प्रकार के आपातकाल में यह हार्मोन हमारी क्षमताएं बढ़ा देता है।
जब आप किसी खेल में परफॉर्म कर रहे होते हैं। ऊंचाई से जंप करने वाले होते हैं या फिर टारगेट पर निशाना लगाने वाले होते हैं। हर समय यही हार्मोन आपको सफलता दिलाता है। जिनके शरीर में हार्मोन की कमी होती है, वह अक्सर असफल हो जाते हैं। ऐसे लोग यदि ट्रैफिक में फस जाए तो बाहर निकलने में मुश्किल आती है।
परंतु कई बार यह हार्मोन कई लोगों को मुसीबत में भी डाल देता है। जिसके कारण लोगों को घबराहट या चक्कर आना जैसी आना जैसी दिक्कत हो जाती है जिसके कारण काम बनने की बजाय बिगड़ जाता है। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article