नई दिल्ली। गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ लिमिटेड द्वारा प्रबंधित आनंद मिल्क यूनाइटेड लिमिटेड के उत्पाद अमूल गोल्ड में प्लास्टिक की मिलावट का दावा किया गया है। प्रयागराज उत्तर प्रदेश के एक युवक आशुतोष शुक्ला ने वीडियो वायरल किया है। आशुतोष ने दावा किया है कि प्लास्टिक की मिलावट होने के कारण अमूल गोल्ड दूध में अच्छी मलाई जमती है और दही भी दूसरे दूध की तुलना में ज्यादा अच्छा जमा हुआ दिखाई देता है।
कंपनी ने ब्लैक मेलिंग, मानहानि और साइबर एक्ट के तहत शिकायत दर्ज कराई
दर्ज शिकायत के अनुसार, जीसीएमएमएफ के अधिकारियों ने जब आरोपी से वीडियो हटाने और झूठी जानकारी फैलाना बंद करने का आग्रह किया तो उसने 10 लाख रुपये की मांग की। शुक्ला के खिलाफ आईपीसी की धारा 386 (वसूली), धारा 499 (मानहानि) के साथ-साथ सूचना प्रौद्योगिकी कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। जीसीएमएमएफ के प्रबंध निदेशक आर.एस. सोढ़ी ने कहा कि अमूल यह संदेश देना चाहता है कि उसके उत्पादों के संबंध में सोशल मीडिया पर किसी ने उसके उपभोक्ताओं को गुमराह करने की कोशिश की तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि दूध का दही बनना सामान्य प्रक्रिया है।
अमूल पर पहली बार नहीं लगा दूध में प्लास्टिक की मिलावट का आरोप
बता दें कि अमूल गोल्ड दूध में प्लास्टिक की मिलावट का आरोप पहली बार नहीं लगा है। सोशल मीडिया पर अभी भी इस तरह के कई आरोप दिखाई दे रहे हैं। कई उपभोक्ताओं ने अमूल दूध की मलाई की परत को प्लास्टिक युक्त बताया है। एक उपभोक्ता ने अमूल दूध की मलाई की परत को आग में जला कर दिखाया। कुल मिलाकर इस तरह की खबरें लगातार आ रही है। कंपनी प्रबंधन को चाहिए कि वह कथित अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई के साथ अपने दूध की शुद्धता भी प्रमाणित करें।