मप्र के 400 स्कूलों में स्मार्ट क्लास शुरू होने थे, आज तक कंट्रोल रूम नहीं बन पाया

भोपाल। मध्य प्रदेश के 3 जिलों के 400 स्कूलों में जुलाई से स्मार्ट क्लास शुरू होने थे, अब नवंबर शुरू हो गया स्मार्ट क्लास का कुछ पता नहीं है। मंत्री पीसी शर्मा ने मार्च 2019 में भोपाल में स्मार्ट क्लास का भूमि पूजन किया था। उन्होंने गर्व के साथ कहा था कि अब मध्यप्रदेश में भी निर्धन बच्चों को विदेशों की तर्ज पर शिक्षा दी जाएगी परंतु कई सरकारी फैसलों की तरह यह भी टल गया है। 

भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड द्वारा तुलसी नगर स्थित शासकीय नवीन कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शहर की पहली स्मार्ट क्लास का काम शुरू किया गया था। यहां कक्षा 6 से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए स्मार्ट लैब, स्मार्ट क्लास व प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने की सुविधा छात्र-छात्राओं को देने की योजना थी। सरकार द्वारा स्मार्ट एजुकेशन निशुल्क दी जानी है लेकिन यहां अब तक कंट्रोल रूम तैयार नहीं हो पाया। इसके अलावा स्मार्ट एजुकेशन के पाठ्यक्रम भी अपलोड नहीं किए जा सके हैं। स्मार्ट सिटी कंपनी के अधिकारी संबंधित एजेंसी की कार्यप्रणाली पर नाराजगी भी जता चुके हैं।

मंत्री पीसी शर्मा ने भूमिपूजन किया था

बता दें कि स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा तुलसी नगर स्थित शासकीय नवीन कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शहर की पहली स्मार्ट क्लास शुरू किया जाना है। 7 मार्च 2019 को जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा और महापौर आलोक शर्मा ने इसका भूमिपूजन किया था। कार्यक्रम में मंत्री ने कहा था कि स्कूल में स्मार्ट क्लासेस शुरू होने से मध्यम वर्ग व गरीब परिवार के बच्चों को विदेशों की तर्ज पर स्मार्ट डिजिटल एजुकेशन मिलने लगेगा।

भोपाल, सागर और सतना में शुरू होनी थी स्मार्ट क्लास

स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा भोपाल सहित सागर और सतना के सरकारी स्कूलों में यह स्मार्ट क्लासेस शुरू किया जाना है। इन शहरों की 400 कक्षाओं को स्मार्ट क्लास के रूप में तब्दील किया जाना है। इसमें भोपाल के 107 सरकारी स्कूल शामिल हैं। जहां स्मार्ट लैब, स्मार्ट क्लास व प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने की सुविधा छात्र-छात्राओं को उपलब्ध कराई जाना है।

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