आने वाला सप्ताह मप्र के 12 जिलों में बारिश और ओले की संभावना

भाेपाल। अरब सागर में बना चक्रवाती तूफान महा का असर प्रदेश के कई इलाकाें में शुरू हाे गया है। रविवार काे यह तूफान अति तीव्र चक्रवाती तूफान यानी वेरी सीवियर साइक्लाेनिक स्टार्म में बदल जाएगा। माैसम वैज्ञानिकाें एके शुक्ला एवं उदय सरवटे का कहना है कि अगले चार-पांच दिन भोपाल, इंदौर, उज्जैन, हाेशंगाबाद समेत प्रदेश के कई इलाकाें में बादल छाए रहेंगे। गरज-चमक से साथ बारिश भी होगी। 

प्रदेश के कुछ इलाकों में ओले भी गिर सकते हैं। माैसम विशेषज्ञ शैलेंद्र कुमार नायक ने बताया कि साइक्लाेन महा पूर्व-मध्य अरब सागर में शनिवार सुबह 11:30 बजे मध्य पूर्व अरब सागर में 16.5° उत्तरी अक्षांश एवं 68.2° पूर्वी देशांतर के पास, वेरावल (गुजरात) से लगभग 540 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में एवं दीव से 550 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में था।

साेमवार तक यह उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा। छह किमी प्रति घंटे की रफ्तार के साथ पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा है। इसके साेमवार तक पश्चिम दिशा की अाेर बढ़ने और इसके बाद पूर्व-उत्तर-पूर्व की ओर दक्षिण गुजरात की तरफ बढ़ेगा। फिर इसके उत्तर महाराष्ट्र के निकटवर्ती तटों की तरफ बढ़ने संभावना है। पूर्व-उत्तर-पूर्व की ओर जाते समय वक्रता यानी कर्व के साथ इसकी दिशा बदलने के बाद धीरे-धीरे कमजोर होने की संभावना है।

सवाल- तूफान का ऐसा असर मप्र में क्यों पड़ेगा?

जवाब- माैसम विशेषज्ञ शैलेंद्र कुमार नायक के अनुसार साइक्लाेनिक सर्कुलेशन में हवा घूमती है और घूमकर चक्रवात की तरफ जाती है। यह हवा समुद्र से धरती की तरफ नमी लेकर आती है। इससे गरज-चमक वाले बादल बनते हैं औरे बिजली गिरने या चमकने साथ बारिश हाेती है। 

सवाल- मप्र में कहां-कहां दिखेगा असर?

जवाब- तूफान तीन-चार दिन बाद गुजरात पहुंचेगा। इसलिए गुजरात से सटे उज्जैन, इंदाैर एवं इनसे सटे भाेपाल, हाेशंगाबाद, जबलपुर में बारिश हाेने का अनुमान है। 

सवाल- बेमौसम ओले गिरने की संभावना क्यों? 

जवाब- इस सीजन में फ्रीजिंग लेवल यानी जमाव बिंदु जमीन से करीब साढ़े चार किमी ऊंचाई पर रहता है, इसलिए इस लेवल के बादल से हाेने वाली बारिश के दाैरान अाेले भी गिरने लगते हैं। 

सवाल- क्या ठंड बढ़ेगी?

जवाब- दिन में ठंड बढ़ेगी। रात में तापमान सामान्य से ज्यादा बना रहेगा। भोपाल में शनिवार को दिन का तापमान 28.3 डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य से 3 डिग्री कम रहा। शनिवार को दिन में पारा और नीचे जाने की संभावना है। 

गेहूं-चने समेत रबी की फसल में 15-20 दिन देरी हाेगी

गेहूं, चना समेत रबी की फसलाें की बाेवनी में 15-20 दिन की देरी हाेगी। किसान चक्रवात जाने के बाद ही बाेवनी करें। क्याेंकि अभी बाेवनी कर दी और बारिश हाे गई तो मिट्टी की परत जमने से अंकुरण में अड़चन आएगी। पैदावार अच्छी हाेगी, इस पर ज्यादा असर नहीं हाेगा। -डॉ. जेएस काैशल, रिटायर्ड डायरेक्टर एग्रीकल्चर

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