करवाचौथ के अवसर पर 70 साल बाद इस बार रोहिणी नक्षत्र और चंद्रमा में रोहिणी का योग होने के कारण मार्कण्डेय और सत्यभामा योग बन रहा है। इसके चलते इस बार का करवाचौथ पूजन विशेष शुभ माना जा रहा है। जानिए ये विशेष योग क्या लाभ देंगे।
चंद्रदेव अपनी सबसे प्रिय पत्नी रोहिणी के साथ होंगे
ज्योतिषाचार्य डॉ. एच सी जैन के अनुसार करवाचौथ का व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को रखा जाता है। इस वर्ष चतुर्थी 17 अक्टूबर गुरुवार को पड़ रही है। करवाचौथ पर इस बार करीब 70 वर्ष बाद बेहद शुभ संयोग बन रहा है। रोहिणी नक्षत्र के साथ वृष उच्च राशि में चन्द्रमा का योग होने के कारण करवाचौथ को अधिक मंगलकारी बना रहा है।
यह योग भगवान श्रीकृष्ण और सत्यभामा के मिलन पर बना था
करवाचौथ पर रोहिणी नक्षत्र और चंद्रमा में रोहिणी का योग होने से मार्कण्डेय और सत्यभामा योग बन रहा है। यह योग चंद्रमा की 27 पत्नियों में सबसे प्रिय पत्नी रोहिणी के साथ होने से बन रहा है। ऐसा योग भगवान श्रीकृष्ण और सत्यभामा के मिलन के समय भी बना था।