भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में हो रही भर्ती प्रक्रिया विवादों में घिर गई है। बिना विज्ञापन के शुरू की गई भर्ती प्रक्रिया पर अब उम्मीदवारों ने भी सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। होशंगाबाद के महेश कुमार ने भोपाल समाचार डॉट कॉम को भेजे एक ईमेल में बताया है कि मैं योग्य भी हूं और पात्र भी, फिर भी रोजगार कार्यालय से लिस्ट विधानसभा भर्ती के लिए भेजी गई है उसमें मेरा नाम नहीं है।
महेश कुमार 9425476933 ने बताया है कि मेरा सीपीसीटी पास का होशंगाबाद जिले में नाम है और रोजगार पंजीयन भी 1997 का है और सीपीसीटी 2017 में पास हुआ हूं उसके बाद मैंने तुरंत रोजगार पंजीयन में अपडेट कर दिया था उसके बाद भी विधानसभा द्वारा रोजगार कार्यालय होशंगाबाद की लिस्ट में मेरा नाम नही दिया गया है। जबकि जो 2018 में सीपीसीटी पास हुये है उनका नाम रोजगार कार्यालय होशंगाबाद द्वारा विधानसभा द्वारा पहुंचाई गई लिस्ट में नाम दिया गया है। मेरा नाम किस वजह से नहीं दिया गया है इसकी जानकारी नही दी जा रही है।
क्या उम्मीदवार चयन में भी घोटाला हुआ है
महेश कुमार की इस शिकायत ने भर्ती प्रक्रिया पर एक और सवाल खड़ा कर दिया है। अब तक विधानसभा की भर्ती प्रक्रिया के बारे में कहा जा रहा था कि नियमों का पालन नहीं किया गया परंतु अब उम्मीदवारों के चयन पर भी सवाल उठ गया है। सवाल यह है कि क्या उम्मीदवारों का चयन भी सुनियोजित तरीके से किया गया है। क्या रोजगार कार्यालयों को चुपके से बता दिया गया है कि किसे भर्ती प्रक्रिया के लिए भेजना है और किसे नहीं। यह उम्मीदवार के चयन में भी घोटाला हो रहा है।
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