ग्वालियर। मध्यप्रदेश में चल रही लिपिकों की हड़ताल अब हिंसक होती जा रही है। हड़ताली बाबुओं ने जिला शिक्षा केंद्र शिवपुरी में घुसकर एक क्लर्क को पीटा, उसे धक्के देकर बाहर निकाला और फिर पीटा। हड़ताली बाबू चाहते थे कि ड्यूटी पर आ रहा क्लर्क भी उनकी हड़ताल में शामिल हो। बताया जा रहा है कि हड़ताली बाबू सरकारी आॅफिसों में घुसकर उन कर्मचारियों को भी काम नहीं करने दे रहे जो हड़ताल के समर्थन में नहीं है। पुलिस ने हमलावर कर्मचारी नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
जानकारी के अनुसार बीते कुछ दिनों से जिले में बाबूओं की हड़ताल चल रही है। जिसके चलते ज्यादातर लिपिक हड़ताल पर है। डीपीसी कार्यालय में प्रौढ़ शिक्षा अभियान में क्लर्क के पद पर पदस्थ रविन्द्र श्रीवास्तव इस हड़ताल में शामिल नहीं हुए। वह अपने कार्यालय में ही काम कर रहे थे। तभी लगभग 4 बजे सिंचाई विभाग के बाबू नासिर खांन, कलेक्टर कार्यालय शिवपुरी में पदस्थ बाबू कृष्ण मुरारी पाराशर और कोलारस तहसील में पदस्थ बाबू नौशाद अली डीपीसी कार्यालय पहुंचे।
डीपीसी शिरोमणि दुबे भी उस समय अपने कार्यालय में बैठे हुए थे। तभी आरोपी बाबूओं ने रविन्द्र से बहस करना शुरू कर दिया और सरकारी कार्यालय के भीतर मारपीट शुरू कर दी। फिर रविन्द्र को धक्के देकर सरकारी कार्यालय से बाहर खींचकर लाए और फिर से मारपीट की। इतना ही नहीं, कर्मचारी नेताओं ने इस मारपीट का वीडियो भी वायरल किया। आरोपियों के खिलाफ धारा 353, 323, 294, 506 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इनका कहना है: हां मै उस समय कार्यालय में ही बैठा हुआ था। इस घटना के बाद हमने अपनी कार्रवाई कम्पलीट की और उसके बाद हम कोतवाली आए है। हम इस मामले में आरोपियों पर मामला ही दर्ज करा रहे है। शिरोमणि दुबे, डीपीसी शिवपुरी।
— Shivpuri Samachar (@ShivpuriS) July 31, 2018