
इसके बाद सितंबर 2015 में हाई कोर्ट ने इस मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए थे. आरोप है कि अप्रैल 2002 से दिसंबर 2011 के दौरान भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने जम्मू-कश्मीर में क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए एसोसिएशन को पैसा जारी किया था. आरोप है कि 2002 से 2011 के बीच बीसीसीआई ने राज्य में क्रिकेट को बढ़ावा देने के मकसद से 112 करोड़ रुपये भेजा था. आरोप है कि इस पैसे में से करीब 46 करोड़ रुपये का गबन किया गया. जिस वक्त यह गड़बड़ी की गई, तब फारूक अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष थे.
जनवरी में हुई थी पूछताछ
फारूक अब्दुल्ला से इस केस के संबंध में सीबीआई अधिकारियों ने जनवरी 2018 में पूछताछ की थी. इससे पहले पुलिस मामले की जांच कर रही थी, लेकिन पुलिस जांच सवालों के घेरे में आने के बाद हाई कोर्ट ने सीबीआई को जांच सौंपी थी. फारूक अब्दुल्ला के अलावा जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के तत्कालीन महासचिव सलीम खान, तत्कालीन कोषाध्यक्ष अफसान अहमद मिर्जा और जे एंड के बैंक के एक्जीक्यूटिव अधिकारी बशीर अहमद के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई है.