
पदोन्नति में आरक्षण अन्याय
संविधान के अनुच्छेदों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ मायनों में मैं आरक्षण का पक्षधर हूं। राजनीति में, शिक्षा में, सरकारी नियुक्तियों में तो आरक्षण होना चाहिए, लेकिन पदोन्नति में आरक्षण अन्याय है। शर्मा ने यह भी कहा कि राजनेता जब वोट मांगने आएं तो आप इन नेताओं से संकल्प पत्र भरवाओ। उनसे कहो कि हमारा वोट आपको तभी मिलेगा जब आप समानता का वादा करोगे।
सपाक्स और अजाक्स के सदस्याें के बीच हुई बहस
सपाक्स ने ‘आरक्षण की वर्तमान व्यवस्था एवं सुधार की आवश्यकता’ विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया था। वक्ता के तौर पर शर्मा के अलावा पूर्व डीजी अरुण गुर्टू, जागरण लेक यूनिवर्सिटी के कुलपति अनूप स्वरूप, पत्रकार शिव अनुराग पटेरिया, राजेश सिरोठिया, मंडीदीप उद्योग एसो. के अध्यक्ष डीके जैन, अजाक्स के महामंत्री एसएल सूर्यवंशी वक्ता के तौर पर शामिल हुए। गोष्ठी में अजाक्स और सपाक्स के कई सदस्य मौजूद थे। गोष्ठी के दौरान इनमें आरक्षण को लेकर तीखी बहस भी हुई। संचालन वरिष्ठ पत्रकार ललित शास्त्री ने किया। इससे पूर्व संस्था के अध्यक्ष डॉ केएस तोमर, अजय जैन समेत अन्य पदाधिकारियों ने अतिथि वक्ताओं का स्वागत किया।