
बता दें कि उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन और दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जे इन ने स्थायी शांति और कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु हथियार मुक्त बनाने पर सहमति जताई है। डॉन अखबार ने लिखा है कि कोरियाई देशों की तुलना में इंडिया-पाकिस्तान के बीच टेंशन और विवाद थोड़े अलग हैं। इंडिया और पाकिस्तान का इतिहास काफी अलग रहा है। फिर भी भारत और पाकिस्तान की स्थायी संस्कृति के अलावा अन्य समानताओं वाले लोगों का साझा इतिहास है। इसलिए दोनों देशों को मतभेद भुलाकर शांति के लिए काम करना चाहिए।'
अखबार में लिखा गया है कि उत्तर कोरिया के तानाशाह की दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति से हुई मुलाकात अटल बिहारी वाजपेयी की 1999 की ऐतिहासिक लाहौर यात्रा की याद दिलाता है। ये वक्त ऐसा है जिसमें इंडिया पाकिस्तान को फिर से दोस्ती और शांति की ओर आगे बढ़ना चाहिए।
भारत-पाक के बीच शुरू हुई थी बस सेवा
19 फरवरी 1999 को तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में दिल्ली से लाहौर तक बस सर्विस (सदा-ए सरहद) शुरू की गई। सर्विस का एनॉगरेशन करते हुए फर्स्ट पैसेंजर के तौर पर वाजपेयी पाकिस्तान की विजिट पर पहुंचे थे। यहां उन्होंने पाकिस्तान के तत्कालीन पीएम नवाज शरीफ से मुलाकात कर आपसी संबंधों की नई शुरुआत की थी। कारगिल की जंग के दौरान भी ये बस सर्विस जारी थी। हालांकि, 2001 में पार्लियामेंट अटैक के बाद इसे रोक दिया गया था। 16 जुलाई 2003 में द्विपक्षीय संबंधों में सुधार के बाद इसे दोबारा शुरू कर दिया गया।