संसद में भी होता है कास्टिंग काउच: रेणुका चौधरी | NATIONAL NEWS

नई दिल्ली। मशहूर कोरियोग्राफर सरोज के कास्टिंग काउच फिल्म इंडस्ट्री का अभिन्न हिस्सा वाले बयान पर बवाल मच गया है। अब इस मुद्दे पर अलग-अलग टिप्पणियां आ रही है। कांग्रेस नेता रेणुका चौधरी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'ऐसा सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री में ही नहीं हर जगह होता है। उन्होंने कहा कि यह एक कड़वा सच है कि घर, ऑफिस हो या फिर अन्य स्थान, ऐसी कोई भी ऐसी जगह नहीं है जो इससे अछूती हो।  कांग्रेस नेता रेणुका चौधरी ने कहा - “ये हर जगह होता है और ये एक कड़वा सच है। ये मत सोचिए कि संसद या और काम करने की जगहों पर ऐसा नहीं होता। अब समय आ चुका है जब देश खड़ा हो कर कहे मी टू।

उन्होंने कहा कि यह बात अच्छी है कि अब भारत की महिलाएं इनके खिलाफ अपनी आवाज उठा रही हैं। कास्टिंग काउच के खिलाफ मी टू अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा, 'ये पावर की बात है, जो पुरुष सोचता है कि उसके हाथ में है और औरत को टुकड़े देने के लिए जो भी दाम चाहे वसूल करता है।

न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, 'कांग्रेस के शासनकाल के दौरान इसे खत्म करने के लिए कानून भी बनाया गया, ताकि किसी कार्यालय या फिर अन्य जगहों पर महिलाओं को इस तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े, लेकिन कानूनन बनाना और उसे जमीनी स्तर पर लागू करना एक अन्य बात है।

रेप करके छोड़ता नहीं है बॉलीवुडः सरोज खान
बता दें कि इससे पहले कोरियोग्राफर सरोज खान ने बेहद अटपटे ढंग से बचाव किया है. सरोज खान का कहना है कि यह लड़की की मर्जी से होता है. इतना ही नहीं, सरोज खान का कहना है कि फिल्‍म इंडस्‍ट्री में होने वाले कास्‍ट‍िंग काउच (यौन शोषण) के बदले लड़कियों को काम तो मिलता है. न्‍यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार कास्टिंग काउच पर बोलते हुए कोरियोग्राफर सरोज खान ने कहा, 'ये चला आ रहा है बाबा आदम के जमाने से. हर लड़की के ऊपर कोई न कोई हाथ साफ करने की कोशिश करता है. सरकार के लोग भी करते हैं. तुम फिल्‍म इंडस्‍ट्री के पीछे क्‍यों पड़े हो? वो कम से कम रोटी तो देती है. रेप करके छोड़ तो नहीं देती है.'

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